गढ़वाः अपनों से मिलने की चाहत और तड़पन क्या होती है यह गढ़वा में देखने को मिला. झारखंड के गोड्डा जिले के तीन मजदूर 12 दिनों तक लगातार पैदल चलकर गढ़वा स्थित झारखंड बॉर्डर तक पहुंचे थे, लेकिन पुलिस के मजबूत पहरे ने उस तड़पन की सीमा को 14 दिनों के लिए और बढ़ा दिया. उन्हें कवारेंटाइन में भेज दिया गया. साथ में इतना कठिन साधना कर अपने राज्य की सीमा को छूनेवाले मजदूरों के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कर दी गयी.
जिस समय तीनों मजदूर अपने राज्य की सीमा में पहुंचे थे, बेहद खुश थे. उनको लगा अब वे अपने घर में आ गए हैं. परंतु ठीक उसी समय वंशीधर नगर के एसडीओ कमलेश्वर नारायण और एसडीपीओ अजीत कुमार वहां बार्डर का निरीक्षण करने पहुंच गए. पदाधिकारियों की नजर मजदूरों पर पड़ी. पूछताछ के बाद तीनों मजदूरों के खिलाफ लॉकडाउन के उल्लंघन का मामला दर्ज करने का निर्देश दिया. इसके साथ ही उन्हें मेडिकल जांच के बाद 14 दिनों के लिए क्वॉरेंटाइन में भेज दिया गया. एसडीओ कमलेश्वर नारायण ने कहा कि कुछ लोग लॉकडाउन को मजाक बनाकर रख दिए हैं. राज्य की सीमा को सुरक्षित करना आवश्यक है. उन्होंने बार्डर पर तैनात मजिस्ट्रेट और पुलिस पदाधिकारियों को भी बाहर के घुसपैठियों पर पैनी नजर रखने का निर्देश दिया है.
पैदल चलकर नागपुर से गढ़वा बॉर्डर पर पहुंचे तीन मजदूरों पर मुकदमा, भेजे गए क्वॉरेंटाइन सेंटर - गढ़वा के सीमा इलाके पर नागपुर से पैदल चलकर आए गोड्डा के तीन मजदूरों
गढ़वा के सीमा इलाके पर नागपुर से पैदल चलकर आए गोड्डा के तीन मजदूरों को पुलिस ने पकड़कर क्वॉरंटाइन सेंटर भेज दिया है. साथ ही उनपर लॉकडाउन का उल्लंघन करने के लिए केस दर्ज किया गया है.
गढ़वाः अपनों से मिलने की चाहत और तड़पन क्या होती है यह गढ़वा में देखने को मिला. झारखंड के गोड्डा जिले के तीन मजदूर 12 दिनों तक लगातार पैदल चलकर गढ़वा स्थित झारखंड बॉर्डर तक पहुंचे थे, लेकिन पुलिस के मजबूत पहरे ने उस तड़पन की सीमा को 14 दिनों के लिए और बढ़ा दिया. उन्हें कवारेंटाइन में भेज दिया गया. साथ में इतना कठिन साधना कर अपने राज्य की सीमा को छूनेवाले मजदूरों के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कर दी गयी.
जिस समय तीनों मजदूर अपने राज्य की सीमा में पहुंचे थे, बेहद खुश थे. उनको लगा अब वे अपने घर में आ गए हैं. परंतु ठीक उसी समय वंशीधर नगर के एसडीओ कमलेश्वर नारायण और एसडीपीओ अजीत कुमार वहां बार्डर का निरीक्षण करने पहुंच गए. पदाधिकारियों की नजर मजदूरों पर पड़ी. पूछताछ के बाद तीनों मजदूरों के खिलाफ लॉकडाउन के उल्लंघन का मामला दर्ज करने का निर्देश दिया. इसके साथ ही उन्हें मेडिकल जांच के बाद 14 दिनों के लिए क्वॉरेंटाइन में भेज दिया गया. एसडीओ कमलेश्वर नारायण ने कहा कि कुछ लोग लॉकडाउन को मजाक बनाकर रख दिए हैं. राज्य की सीमा को सुरक्षित करना आवश्यक है. उन्होंने बार्डर पर तैनात मजिस्ट्रेट और पुलिस पदाधिकारियों को भी बाहर के घुसपैठियों पर पैनी नजर रखने का निर्देश दिया है.