गढ़वा: जिले में कोरोना से लड़ने के लिए डीसी हर्ष मंगला के नेतृत्व कई तरह की पहल की जा रही है. डीसी की पहल से कोरोना योद्धाओं को भी सशक्त बनाने में सफलता मिल रही है. डीसी की पहल से अब गढ़वा जेल में मास्क और पीपीई किट का उत्पादन शुरू कर दिया गया है, जिसे पहनकर स्वास्थ्यकर्मी कोरोना को रोकने के लिए अपनी सेवा दे रहे हैं.
बता दें कि पीपीई किट को कोरोना से लड़ने के लिए अभेद कवच माना जाता है. एक पीपीई किट की कीमत कम से कम 700 रुपये है, जो एक बार प्रयोग के बाद बेकार हो जाती है. जिले में जहां पीपीई किट की कमी के कारण स्वास्थ्यकर्मी असुरक्षित महसूस कर रहे थे. वहीं स्वास्थ्य जांच का काम भी धीमा पड़ गया था, जिसे देखते हुए डीसी हर्ष मंगला की पहल पर जेल अधीक्षक साकेत बिहारी सिंह ने कैदियों के हाथों एक पीपीई किट का सेंपल बनवाया. डीसी ने सिविल सर्जन को उसकी गुणवत्ता और उससे होने वाली सुरक्षा की जांच करने का निर्देश दिया. सिविल सर्जन ने जेल में बने पीपीई किट को अप्रूवल दे दी, जिसके बाद जेल में बनाए गए 100 पीपीई किट सिविल सर्जन को दिये गये.
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डीसी हर्ष मंगला ने कहा कि जेल में बनी एक पीपीई किट की कीमत 550 रुपये है. इस पीपीई का प्रयोग धोकर बार-बार किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि अभी 100 पीपीई किट बनवाये गये हैं, जरूरत पड़ने पर जेल को और भी ऑर्डर किया जा सकता है.