गढ़वाः वर्दी वाले चंद पैसों के लिए आपा खो दें. खुद को तानाशाह की तरह पेश करें तो वर्दी पर सवाल उठना लाजमी है. ऐसा ही कुछ वाकया गढ़वा में पेश आया है. जिला में कोविड-19 गाइडलाइंस उल्लंघन का आरोप लगाते हुए कुछ पुलिसकर्मियों ने किसानों की पिटाई कर दी.
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पुलिस कर्मियों ने दी धमकी
कुछ पुलिसकर्मी गढ़वा बाजार समिति में लगने वाले सब्जी बाजार पहुंचे. वहां वो गांव से आए किसानों को धमकाने लगे. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने का आरोप लगाते हुए अपना नाम लिखवाकर 100 रुपए जमा करने को कहा, साथ ही धमकी दी कि पैसे नहीं देने पर सब्जियां फेंक दी जाएंगी और कल से 500 रुपए लिए जाएंगे. इस दौरान किसानों के साथ गाली-गलौच की और उनकी पिटाई भी की गई.
पैसे नहीं देने वाले किसानों की सब्जियां फेंक दी गई. आरंगी के किसान भाष्कर ने कहा कि पुलिस वाले उसके साथी की पिटाई कर रहे थे, वह इसका वीडियो बना रहा था. इस कारण उसकी भी पिटाई कर दी गई. अरेस्ट करने के नाम पर गाड़ी में बैठाकर कुछ दूर तक लेकर गए थे.
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन
इस संबंध में गढ़वा थाना प्रभारी रामवतार राम ने कहा कि इसमें पुलिस का कोई रोल नहीं है. बाजार समिति का मामला है, पुलिसकर्मी ने कुछ बोल दिया था, रसीद बाजार समिति के कर्मचारी ही काट रहे थे. वहीं, बाजार समिति के सचिव राहुल कुमार ने कहा कि एसडीओ, एसडीपीओ, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी बाजार समिति आए थे. सब्जी बाजार को समिति परिसर से कर्बला मैदान में शिफ्ट किया गया.
लेकिन वहां भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो रहा था. किसानों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए नॉमिनल दंड की राशि 100 रुपए रखी गई थी. ताकि लोग डरें और डिस्टेंस बना कर रहें. जो ऐसा नहीं करेंगे 100 रुपये दंड स्वरूप देना होगा. लेकिन किस बात पर मारपीट हुई इसकी जांच की जा रही है.