गढ़वा: जिले में दिन दहाड़े हुई हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. इस पूरे मामले में जेल में बंद शातिर अपराधी छोटू रंगसाज की पत्नी सलमा खातून शामिल थी. पुलिस ने इस मामले में 11 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने गिरफ्तार लोगों के पास से दो देसी कट्टा, कारतूस और मोटरसाइकिल बरामद किये हैं.
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28 अप्रैल को हुई थी शैलेश की हत्या
28 अप्रैल को गढ़वा बस स्टैंड में बस एजेंट शैलेश की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. उसे बचा रहा एक युवक भी घायल हुआ था, जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गयी थी. इस चर्चित हत्याकांड के खुलासे के लिए एसपी ने एसआईटी का गठन किया था. एसडीपीओ अवधकुमार यादव के नेतृत्व और इंस्पेक्टर लक्ष्मीकांत के निर्देशन में टीम ने गढ़वा जिले के विभिन्न प्रखंडों के साथ पलामू, रांची और चतरा जिले में छापेमारी कर 11 अपराधियों को गिरफ्तार कर इस हत्याकांड का खुलासा किया. गोली मारकर हत्या करने वाले दो मुख्य आरोपी समेत तीन अपराधी अभी भी फरार हैं. गिरफ्तार अपराधियों में गढ़वा से सलमा खातून उर्फ पिंकी, पप्पू खान, संतोष चंद्रवंशी, सत्या पासवान, सलाहू उर्फ सलाउद्दीन खान, उदित चंद्रवंशी, पलामू से रेयाज अहमद, इरशाद आलम, सज्जू उर्फ सज्जाद अहमद, डमडम उर्फ नईम रंगसाज के नाम शामिल हैं.
वर्चस्व के लिए की गई थी हत्या
बस स्टैंड में वर्चस्व के लिए इस हत्याकांड की साजिश में शातिर अपराधी छोटू रंगसाज की पत्नी सलमा खातून उर्फ पिंकी शामिल थी. इस साजिश में अपराधी पप्पू खान और संतोष चंद्रवंशी भी शामिल था. रेयाज अहमद खान ने आर्थिक मदद की थी. पप्पू खान हत्या के दिन बाइक चला रहा था. जिसपर गोली चलाने वाले अपराधी सवार थे. पुलिस ने पप्पू खान और इरशाद के पास से दो देसी कट्टा बरामद किया है. पलामू जिले से गिरफ्तार अपराधी काफी शातिर है. गिरफ्तार अपराधी हथियार के तस्करी में भी शामिल थे.
बाकियों की तलाश में जुटी पुलिस
एसपी श्रीकांत एस खोटरे ने कहा कि वर्चस्व को लेकर शैलेश की हत्या की गयी थी. 11 अपराधियों को पकड़ा गया है. हथियार भी बरामद किए गए हैं. गोली चलाने वाले दोनों मुख्य अपराधी फरार हैं. लेकिन उन्हें जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा, साथ ही कहा कि बस स्टैंड से दागी चरित्र वाले लोगों को हटाया जाएगा और बस स्टैंड में कैमरे लगाए जाएंगे.