गढ़वा: जिले के कोविड अस्पतालों में मरीजों को संतोषजनक भोजन नहीं दिया जा रहा है. भोजन के रूप में सड़े केले और सुखी-जली रोटियां देने से मरीजों में रोष है. मरीजों ने जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से पूछा है कि क्या ऐसा ही खाना मरीजों के लिए तय है?
बता दें कि जिले के कोविड अस्पतालों में वर्तमान में 173 से भी ज्यादा मरीज भर्ती हैं, लेकिन उनके खानपान की व्यवस्था में घोर लापरवाही बरती जा रही है. सबसे ज्यादा शिकायत मेराल स्थित कोविड हॉस्पिटल से मिल रही है. सड़े, गले, जले और सूखे भोजन मिलने के साथ अन्य सुविधाओं में लापरवाही को लेकर मरीज सड़क जाम कर चुके हैं. जिले के पूर्व सिविल सर्जन डॉ. कन्हैया प्रसाद ने कोविड मरीज के रूप में मेराल कोविड हॉस्पिटल की अनियमितता पर सवाल उठाकर हलचल मचा दी थी. अब एक छात्रा ने भोजन में दिए जाने वाले सड़े केले और सूखे-जले रोटियों को दिखाते हुए कोविड अस्पताल की व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है.
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इस संबंध में पूछे जाने पर सिविल सर्जन डॉ. एनके रजक ने कहा कि गढ़वा में 173 कोविड के एक्टिव केस हैं. भोजन व्यवस्था के लिए एग्रीमेंट किया गया है. 100 रुपये में तीन टाइम भोजन देना मुश्किल है. बाद में कहा कि ठेकेदार से पूछताछ होगी और चेतावनी भी दी जाएगी.