गढ़वाः जिले में पलामू के डीआईजी आरके लकड़ा ने उग्रवाद प्रभावित भंडरिया थाना क्षेत्र के पुनर्वासित आदिम जनजाति के लोगों के बीच कंबल का वितरण किया. इस दौरान डीआईजी ने आदिम जनजाति के लोगों से मुलाकात की और उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं होने देने की बात कही.
दूसरे गांव में किया गया शिफ्ट
बता दें कि गढ़वा, लातेहार और छतीसगढ़ की सीमा पर बूढ़ा पहाड़ स्थित है. यहां माओवादी नक्सलियों का कब्जा रहा है. इस पहाड़ पर रह रहे आदिम जनजाति ब्रिजिया को जब नक्सली जनजातियों को परेशान करने लगे और उनके बच्चों को जबरन नक्सली कार्यो से जोड़ने लगे, तब पुलिस ने बूढ़ा पहाड़ पर ऑपरेशन शुरू किया और पहाड़ पर रह रहे आदिम जनजातियों को दूसरे गांव में शिफ्ट कर दिया.
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जनजाति के लोगों को बांटा कंबल
डीआईजी आरके लकड़ा और एसपी श्रीकांत एस खोटरे ने सामुदायिक पुलिसिंग के तहत पुनर्वासित आदिम जनजाति के लोगों को कंबल प्रदान किया. इस दौरान डीआईजी ने उनकी अन्य समस्याएं भी सुनी और उसके निराकरण की बात कहीं. उन्होंने कहा कि पुलिस उनके सहयोग के लिए समय तैयार रहेगी. उन्हें नक्सलियों की साये से पूरी तरह बचाया जाएगा और उनके बच्चों को आदर्श नागरिक बनाया जाएगा. इसके लिए पूर्व से ही प्रयास किया जा रहा है.