गढ़वा: जिले में सड़क हादसा रुकने का नाम नहीं ले रहा है. शनिवार की सुबह मोटरसाइकिल से गिरकर एक व्यक्ति की मौत हो गयी थी. जबकि देर शाम सड़क दुर्घटना में गढ़वा प्रखंड के तिलदाग गांव के बिजली मिस्त्री परमेश्वर प्रसाद साव की मौत हो गयी. इस दर्दनाक घटना के बाद ग्रामीणों ने सड़क जाम कर मुआवजे की मांग की. ग्रामीणों की मांग पर डीसी से आदेश प्राप्त कर रात में ही शव का पोस्टमार्टम किया गया.
बता दें कि परमेश्वर प्रसाद साव जिला मुख्यालय गढ़वा से काम कर बाइक से अपने घर वापस लौट रहा था. गढ़वा-मेदिनीनगर मार्ग के तिलदाग गांव में अपने घर के लिए बाएं मुड़े ही थे कि पीछे आ रहे बोलेरो ने उन्हें धक्का मार दिया. स्थानीय लोग उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल ले गए. वहां से उन्हें रिम्स रांची रेफर कर दिया गया. मेदिनीनगर पहुंचे ही रास्ते में उसकी मौत हो गई. उसके बाद लोग शव को लेकर गांव वापस लौट आये और गढ़वा-मेदिनीनगर मार्ग को करीब एक घंटे तक जाम कर मुआवजे की मांग शुरू कर दी.
मुआवजे का मिला आश्वासन
जाम की सूचना मिलने पर थाना प्रभारी लक्ष्मीकांत और प्रशासनिक पदाधिकारी वहां पहुंचे. परिजनों को आवास, विधवा पेंशन और 25,000 रुपये सर्किल इंसेक्टर से दिलाने और शव का फौरन पोस्टमार्टम कराने के आश्वासन के बाद जाम हटा लिया गया. उसके बाद पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया और डीसी से विशेष आदेश प्राप्त कर रात में ही पोस्टमार्टम कराया.
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बरामद बोलेरो में थी लाश
बता दें कि बिजली मिस्त्री को धक्का मारने के बाद ड्राइवर मेदिनीनगर की ओर भागने लगा. लोगों ने उसका पीछा किया. ड्राइवर बोलेरो को भिखही मोड़ पर खड़ा कर फरार हो गया. बोलेरो में एक लाश रखी हुई थी और तीन लोग बैठे हुए थे. बोलेरो में बैठे लोगों ने बताया कि वे लातेहार जिले के मनिका के रहने वाले हैं. गढ़वा के एक निजी क्लिनिक में अपने परिजन का इलाज कराने आये थे. इलाज के दौरान मौत होने के बाद वे घर लौट रहे थे कि धक्का मारने के बाद ड्राइवर उन्हें छोड़कर फरार हो गया.
स्थानीय कमलेश कुमार ने कहा कि परमेश्वर प्रसाद साव अपने घर के दरवाजे तक पहुंच गए थे लेकिन उसी समय उन्हें बोलेरो ने धक्का मार दिया और उनकी मौत हो गई. रोड जाम के बाद मुआवजा देने का आश्वासन मिला है.