गढ़वा: जिले में स्थापित सीआरपीएफ कैंप की वरीय पदाधिकारियों ने जांच की है. नक्सल इलाके में बनाए गए इस कैंप में तैनात जवानों का अधिकारियों ने हौसला बढ़ाया . वरीय पदाधिकारियों के द्वारा कैंपों के निरीक्षण के बाद नक्सलियों के खिलाफ किसी बड़े अभियान की संभावना जताई जा रही है.
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सीआरपीएफ कैंप का निरीक्षण
पलामू के डीआईजी राजकुमार लकड़ा, सीआरपीएफ के डीआईजी, गढ़वा के एसपी अंजनी कुमार झा, गढ़वा में प्रतिनयुक्त किये गए सीआरपीएफ 172 बटालियन के कमांडेंट आशीष कुमार झा ने भंडरिया एवं बरगढ़ प्रखंड में स्थापित सीआरपीएफ एवं पुलिस के सभी कैंपों का निरीक्षण किया. इस दौरान कैंप की स्थिति एवं वहां आवश्यक सामग्रियों की जानकारी ली गयी. पदाधिकारियों ने वहां तैनात जवानों से खुलकर बातें की. उनकी समस्याएं जानी एवं नक्सलियों के खिलाफ अभियान में आने वाली परेशानियों एवं बेहतर तैयारी की जानकारी ली.पुलिस पदाधिकारियों ने छत्तीसगढ़ बॉर्डर पर स्थित बहेराखंड कैंप का विशेष रूप से निरीक्षण किया. यह कैंप बूढ़ा पहाड़ से नजदीक है जहां कभी कभार नक्सलियों को देखा जाता है.
स्थानीय लोगों से मुलाकात
सीआरपीएफ कैंप का निरीक्षण करने पहुंचे अधिकारियों ने वहां के स्थानीय नागरिकों से भी मुलाकात की है. अधिकारियों ने कहा कि उनकी समस्याओं के निदान के लिए प्रशासनिक अधिकारियों से बात की जाएगी. इसके बाद जंगल के एक कैंप में ही पुलिस सभा का आयोजन किया गया. जिसमें जंगली इलाके में स्थापित कैंप का उद्देश्य नक्सलियों के खिलाफ किए जा रहे कार्रवाई में जवानों की भूमिका, उनकी सूझबूझ एवं भौगोलिक ज्ञान पर विशेष रूप से प्रकाश डाला गया. साथ ही अधिकारियों के द्वारा नक्सल उन्मूलन के लिए सभी तरह के सहयोग देने की बात कही गई.