गढ़वा: वैसे तो समाज के अधिसंख्य लोग पुलिस का डरावना चेहरा ही पहचानते हैं, लेकिन खाकी वर्दी और बंदूक थामे पुलिस के अंदर भी एक संवेदनशील इंसान होता है और वह भी मानवता की रक्षा के लिए तड़पता रहता है. गढ़वा पुलिस ने जिले में छह स्थानों पर भूखे राहगीरों के लिए सामुदायिक भोजनालय की व्यवस्था की है. जिसका उद्घाटन एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा ने किया.
लॉकडाउन के दौरान लोग घरों में कैद हैं. होटल-दुकानें पूरी तरह बंद हैं. सड़कों पर पुलिस का पहरा है. इस परिस्थिति में रोज कमाने खाने वाले मजदूर, दूसरे जिलों और राज्यों से गढ़वा लौट रहे लोगों, अनजान राहगीरों, जरूरतमंदों के सामने भोजन की समस्या उतपन्न हो गई है. पुलिस ने इसे नजदीक से देखा और महसूस किया कि यदि ऐसा चलता रहा तो लोग कोरोना के बजाय भूख से मर जायेंगे. इसे देखते हुए गढ़वा टाउन थाना, नगर उंटारी, केतार, मझिआंव और रंका में कुल 6 स्थानों पर पुलिस ने सामुदायिक भोजनालय खोला है, जिसमें लॉकडाउन खत्म होने तक दिन में 11 बजे और शाम में 6 बजे से भोजन की व्यवस्था की गई है. पुलिस की इस पहल की खूब सराहना हो रही है.
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गढ़वा टाउन थाना में खोले गए सामुदायिक भोजनालय में एसपी ने अपने हाथों से राहगीरों को भोजन परोसा. एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा ने कहा कि पुलिस मुख्यालय से आदेश मिलने के बाद जिले में 6 स्थानों पर पुलिस की ओर से सामुदायिक भोजनालय की व्यवस्था की गई है. गढ़वा पुलिस किसी को भी भूख से मरने नहीं देगी. पुलिस जरूरतमंदों की सेवा जी जान से करती रहेगी.