गढ़वा: जिले के मेराल थाना के बनुआ गांव के 13 मजदूर कर्नाटक के खानापुर शहर के एक फैक्ट्री में मजदूरी करते थे. लॉकडाउन में उन्हें वहां परेशानी होने पर उन्होंने लगभग दो हजार किलोमीटर अपने गांव पैदल आने का निर्णय लिया. 150 किलोमीटर पैदल चलकर वह कर्नाटक के बेलगांव जिले के चिकुडरी थाना पहुंचे.
जहां उन्हें पुलिस ने पकड़ लिया और जांच के लिए हॉस्पिटल भेज दिया. जांच कराने के बाद मजदूर बाबूलाल जमीन पर गिर गए और उनकी मौत हो गई. कर्नाटक प्रशासन ने बाबूलाल के शव को एंबुलेंस से उसके घर भिजवा दिया, जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया. बाबूलाल के बाकी साथी चिकुडरी में ही क्वॉरेंटाइन कर लिए गए.
इसमें मजदूर निरंजन सिंह भी शामिल है. निरंजन ने कहा कि पूर्व विधायक गिरिनाथ सिंह के प्रयास से बाबूलाल का शव घर भेजा गया. उसने बताया कि वे लोग कर्नाटक में काफी परेशान हैं. उन्हें जल्द से जल्द झारखंड बुलाया है. उसने स्थानीय विधायक सह मंत्री मिथिलेश ठाकुर से दूरभाष पर संपर्क किया. उन्होंने 2-4 दिन रुकने की नसीहत दी. स्थानीय झामुमो नेताओं ने मृतक के परिजनों को सहायता प्रदान की.