पलामूः गढ़वा के इलाके में तेंदुआ मानव जीवन के लिए खतरा बन गया है. तेंदुआ को आदमखोर घोषित करने का प्रस्ताव पीसीसीएफ वाइल्ड सह चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन को भेज दिया (Garhwa DFO Sent Proposal To Chief Wildlife Warden) गया है. गढ़वा डीएफओ और रेंजर ने पूरे मामले में एक रिपोर्ट तैयार की है. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि तेंदुआ मानव जीवन के लिए खतरा बन गया है. तेंदुआ लोगों पर लगातार हमले कर रहा है. मामले में डीएफओ और रेंजर ने संयुक्त रिपोर्ट बनाकर पीसीसीएफ वाइल्डलाइफ से तेंदुआ को आदमखोर घोषित करने की आग्रह किया है.
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सभी हमले में एक ही तेंदुआ रहा है शामिलः रिपोर्ट में कहा गया है तेंदुआ और मानव जीवन में टकराहट नहीं हो रही है, बल्कि तेंदुआ जान-बूझकर लोगों पर हमले कर रहा है. गढ़वा के इलाके में जितने भी हमले हुए हैं उन सब में एक ही तेंदुआ शामिल रहा है. इस संबंध में डीएफओ दिलीप कुमार ने बताया कि पूरे मामले में तेंदुआ को आदमखोर घोषित करने का प्रस्ताव भेज दिया गया है. पूरे मामले में तेंदुआ के हमले का तरीका, मौत और लोगों के बयान का जिक्र किया गया है.
50 स्क्वायर किलोमीटर में वन विभाग ने की है घेराबंदीः गढ़वा के भंडरिया, रंका और रमकंडा के इलाके में वन विभाग की टीम ने तेंदुआ को पकड़ने के लिए 50 स्क्वायर किलोमीटर के एरिया में घेराबंदी की (Forest Department Laid Siege To Catch Leopard) है. तेंदुआ को पकड़ने के लिए नौ टीमों की तैनाती की गई है. जबकि 70 से अधिक हाई रिजोल्यूशन वाले ट्रैकिंग कैमरे भी लगाए गए हैं. तेंदुआ के प्रभाव वाले इलाके में एक दर्जन से अधिक ऑटोमेटिक केज भी लगाए गए हैं. 50 स्क्वायर किलोमीटर के एरिया में आधा दर्जन से अधिक ड्रोन से निगरानी रखी जा रही है.
पूरे इलाके में हाई अलर्ट जारीः तेंदुआ को लेकर इलाके में हाई अलर्ट जारी किया गया (High Alert Issued Regarding Leopard) है और चप्पे-चप्पे पर वन विभाग की टीम निगरानी कर रही है. दो दिनों से इलाके में तेंदुआ द्वारा मानव जीवन पर हमला की खबर निकल कर सामने नहीं आई है. तेंदुआ ने गढ़वा के इलाके में पिछले 22 दिनों के अंदर तीन बच्चों को हमला कर मार डाला है. लातेहार के छिपादोहर के इलाके में एक बच्ची को भी मार डाला है.