गढ़वाः जिले में वैसे तो कई हॉस्पिटल हैं, जो अपने हिसाब से कार्य करते हैं, लेकिन एक ऐसा अस्पताल भी है जिसने सेवा को अपना एक महत्वपूर्ण अंग बना लिया है. साईं सुशील हॉस्पिटल महीने के पहले रविवार को गांवों में निःशुल्क कैंप लगाता है और महीने में एक दिन हॉस्पिटल में गरीबों का फ्री में ऑपरेशन करता है. दो महीने पहले से हॉस्पिटल में बच्चा रोग से साथ-साथ सर्जरी शुरू किया गया. तब से फ्री मेडिकल कैंप और निःशुल्क ऑपरेशन भी शुरू हुआ. इस दौरान 155 लोगों का निःशुल्क इलाज किया गया, जबकि चार लोगों का ऑपरेशन किया गया.
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पलामू जिले के छतरपुर निवासी अनुस अंसारी ने कहा कि वह तीन सालों से बीमार था, उल्टी, जलन, पेट दर्द से परेशान था. तीन सालों से हैदराबाद, पानीपत, रांची में इलाज कराया, लेकिन राहत नहीं मिली. लगा अब जीवित नहीं बचेंगे. फिर उसने रमना के फ्री मेडिकल कैंप में दिखाया. वहां से उसे हॉस्पिटल बुलाया गया. उसके गोल ब्लाडर में पथरी था. जिसे ऑपरेशन कर निकाला गया. इससे काफी राहत मिली.
सर्जरी के सारे मापदंडों का होता है पालन
पीजीआई चंडीगढ़ से एमएस कर सीनियर रेजिडेंट सर्जन डॉ. विकीर्ण भारती ने कहा कि भगवान साईं का संदेश है कि जरूरतमंदों की सेवा करो. इस कारण वह गरीबों की सेवा कर रहे हैं. वहीं, पीजीआई चंडीगढ़ से आकर गढ़वा में हॉस्पिटल चला रहे हैं. वह वहां से वर्क कल्चर भी लेकर आए हैं. हॉस्पिटल में सर्जरी के सारे मापदंडों का पालन होता है. ऑपरेशन के दौरान रांची से विशेषज्ञ एनेस्थीशिया बुलाए जाते हैं.
विभिन्न प्रखंडों में लगाया जाता है फ्री मेडिकल कैंप
साईं सुशील हॉस्पिटल गढ़वा जिला मुख्यालय में स्थित है. हॉस्पिटल के निदेशक डॉ विजय भारती, पत्नी ज्योति भारती, पुत्र डॉ विकीर्ण भारती (एमएस), चिंकी भारती सहित उनका पूरा परिवार साईं के अनन्य भक्त हैं. उनका हॉस्पिटल साईं मंदिर की तरह दिखता है. भगवान साईं के गरीबों की सेवा का संदेश हॉस्पिटल का मोटो बन गया है. प्रत्येक महीने के प्रथम रविवार को विभिन्न प्रखंडों में फ्री मेडिकल कैंप लगाया जाता है.
किया जाता है निःशुल्क ऑपरेशन
कैंप स्थल को हॉस्पिटल का रूप दिया जाता है. साईं आरती के बाद गरीबों का रजिस्ट्रेशन और इलाज किया जाता है. दवा भी निःशुल्क दी जाती है. उसके बाद उनका फॉलोअप किया जाता है. कैंप में सर्जरी के लायक मरीजों का चयन किया जाता है. उनकी सूची बनाई जाती है. महीने में एक दिन हॉस्पिटल में निःशुल्क ऑपरेशन किया जाता है. उस दिन कैंप में चयनिय मरीजों का ऑपरेशन किया जाता है. दवा, खाना और बेड भी निःशुल्क दिया जाता है.