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कोरोना वायरस के डर से चीन छोड़ गढ़वा लौटे छात्र, यूनिवर्सिटी के बुलावे का कर रहे इंतजार

चीन में कोरोना वायरस के कहर से मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है. कोरोना वायरस की दहशत से चीन में रहने वाले अन्य देशों के लोग अपने वतन लौट रहे हैं. चीन में रहकर मेडिकल की पढ़ाई कर रहे गढ़वा के 5 छात्र वापस लौट चुके हैं. गुरुवार को ईटीवी भारत ने उन छात्रों से चीन की स्थिति को लेकर खास बातचीत की है.

Five students returned to Garhwa from China due to Corona virus
चीन से लौटा छात्र
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Published : Feb 6, 2020, 7:23 PM IST

गढ़वा: चीन में कोरोना वायरस और भी घातक होता जा रहा है. कोरोना वायरस से अब तक मरने वालों की संख्या 500 से भी अधिक हो चुकी है. इस वायरस को लेकर कई देशों में अलर्ट जारी है. चीन में रहकर मेडिकल की पढ़ाई कर रहे गढ़वा के 5 छात्र वापस अपने देश लौट चुके हैं.

चीन से लौटे छात्र से खास बातचीत

चीन में फैले कोरोना वायरस को लेकर गढ़वा जिला प्रशासन सतर्क है. चीन से अपने देश वापस आ रहे लोगों पर प्रशासन की नजर है. चीन से वापस अपने घर लौटे मेडिकल के छात्र तरुण कुमार पांडेय ने गुरुवार को ईटीवी भारत से चीन में फैले कोरोना वायरस पर खुलकर बात की. चीन से गढ़वा लौटने वाले 5 छात्रों में तरुण भी शामिल है. बातचीत के दौरान तरुण ने कहा कि चाइना सरकार के आदेश के कारण वे 10 दिनों तक अपने कमरे में ही कैद थे. चीन के जिस शहर में कोरोना वायरस का सबसे पहले खुलासा हुआ था, उससे तरुण का कॉलेज 700 किलोमीटर दूर है.

इसे भी पढ़ें- जल्द सुलझेगी अंकुश शर्मा हत्याकांड की गुत्थी, CCTV फुटेज के आधार पर आरोपियों के करीब पहुंची पुलिस

चीन की सरकार ने जब कोरोना वायरस को लेकर अलर्ट जारी की थी, तब से भारतीय छात्रों में भय का महौल था, जिसके बाद से ही भारत के सभी छात्र अपने देश लौटने के लिए विवश थे. तरुण ने बताया कि वह अपने कोर्स के अंतिम सेमेस्टर में हैं और उसकी परीक्षा देने वाले थे, लेकिन यूनिवर्सिटी ने इमरजेंसी छूटी घोषित होने से परीक्षा रद्द हो गया. अब उन्हें जब तक उन्हें नोटिस नहीं आता है तब तक वे चीन वापस नहीं लौटेंगे. अब ऐसे में वापस लौटे छात्र अपने कैरियर को लेकर चिंचित हैं. अब वे अपने अधूरे पढ़ाई को पूरा करने को लेकर सशंकित हैं और वे अब सिर्फ चीन से बुलावे का इंतजार कर रहे हैं.

गढ़वा: चीन में कोरोना वायरस और भी घातक होता जा रहा है. कोरोना वायरस से अब तक मरने वालों की संख्या 500 से भी अधिक हो चुकी है. इस वायरस को लेकर कई देशों में अलर्ट जारी है. चीन में रहकर मेडिकल की पढ़ाई कर रहे गढ़वा के 5 छात्र वापस अपने देश लौट चुके हैं.

चीन से लौटे छात्र से खास बातचीत

चीन में फैले कोरोना वायरस को लेकर गढ़वा जिला प्रशासन सतर्क है. चीन से अपने देश वापस आ रहे लोगों पर प्रशासन की नजर है. चीन से वापस अपने घर लौटे मेडिकल के छात्र तरुण कुमार पांडेय ने गुरुवार को ईटीवी भारत से चीन में फैले कोरोना वायरस पर खुलकर बात की. चीन से गढ़वा लौटने वाले 5 छात्रों में तरुण भी शामिल है. बातचीत के दौरान तरुण ने कहा कि चाइना सरकार के आदेश के कारण वे 10 दिनों तक अपने कमरे में ही कैद थे. चीन के जिस शहर में कोरोना वायरस का सबसे पहले खुलासा हुआ था, उससे तरुण का कॉलेज 700 किलोमीटर दूर है.

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चीन की सरकार ने जब कोरोना वायरस को लेकर अलर्ट जारी की थी, तब से भारतीय छात्रों में भय का महौल था, जिसके बाद से ही भारत के सभी छात्र अपने देश लौटने के लिए विवश थे. तरुण ने बताया कि वह अपने कोर्स के अंतिम सेमेस्टर में हैं और उसकी परीक्षा देने वाले थे, लेकिन यूनिवर्सिटी ने इमरजेंसी छूटी घोषित होने से परीक्षा रद्द हो गया. अब उन्हें जब तक उन्हें नोटिस नहीं आता है तब तक वे चीन वापस नहीं लौटेंगे. अब ऐसे में वापस लौटे छात्र अपने कैरियर को लेकर चिंचित हैं. अब वे अपने अधूरे पढ़ाई को पूरा करने को लेकर सशंकित हैं और वे अब सिर्फ चीन से बुलावे का इंतजार कर रहे हैं.

Intro:गढ़वा। चीन में पाए गए कोरोना वायरस से पूरा विश्व डरा हुआ है। भारत सहित 22 से अधिक देशों में यह वायरस फैल चुका है जबकि इससे 450 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। झारखण्ड के गढ़वा से भी काफी संख्या में लोग चीन में रहते जिसमे मेडिकल के छात्र भी शामिल हैं। गढ़वा के 5 मेडिकल छात्र कोरोना के भय से घर लौट आये हैं।


Body:घर वापस लौटने वाले मेडिकल छात्रों में गढ़वा के तरुण कुमार पांडेय भी शामिल हैं। तरुण ने ईटीवी भारत से कोरोना वायरस को लेकर खुलकर बात की। तरुण ने कहा कि चाइना सरकार के आदेश के कारण वे 10 दिनों तक अपने कमरे में ही कैद थे। चाइना के जिस शहर में कोरोना वायरस का सबसे पहले खुलाशा हुआ उससे उनका शहर 700 किलोमीटर दूर था। जब वायरस उनके शहर में प्रवेश कर गया तब उनका भय चर्मोकर्ष पर पहुंच गया और वे भारत लौटने के लिए विवश हो गए। तरुण ने यह भी बताया कि वह मेडिकल का फाइनल एग्जाम देने वाला था, लेकिन यूनिवर्सिटी ने इमरजेंसी छूटी घोषित कर दी और छात्रों को आदेश दिया है कि उन्हें जब तक नोटिस नहीं जाता है तब तक चीन वापस नहीं आएंगे।


Conclusion:जाहिर है तरुण जैसे हजारों मेडिकल छात्र चीन से भारत वापस लौटे हैं और वे कोरोना वायरस के कारण अपनी कैरियर को लेकर सशंकित हैं। वे अब सिर्फ चीन से बुलावा का इंतजार कर रहे हैं।
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