गढ़वा: जिले के कांडी प्रखंड के रामबांध गांव में सरकारी राशन में बालू मिलाकर कर वितरण करने का मामला अब हिंसक रूप ले चुका है. मामले में बीच बचाव करने घटना स्थल पर पहुंची पुलिस को भी लोगों ने नहीं बख्शा. हिंसक भीड़ ने पत्थरबाजी कर एक पुलिस पदाधिकारी सहित तीन पुलिसकर्मियों को घायल कर दिया. पुलिस ने इस घटना की प्राथमिकी दर्ज करते हुए रानाडीह पंचायत के मुखिया कृष्णा दास सहित 6 लोगों को गिरफ्तार किया है.
ये भी पढ़ें-लॉकडाउन में साथियों के साथ जंगल में शिकार करने आया शिकारी गिरफ्तार, दो बंदूक भी जब्त
बता दें कि रामबांध गांव में डीलर लीलावती देवी अनुराधा स्वयं सहायता समूह नाम का पीडीएस दुकान चलाती हैं. इस दुकान के उपभोक्ताओं ने आरोप लगाया कि उन्हें जो सरकारी चावल दिया गया है उसमें बालू का मिश्रण है. कई लोग डीलर के दिए गए राशन को साथ भी लेकर आए थे और इसे लेकर प्रदर्शन कर रहे थे.
वहीं, पंचायत के मुखिया कृष्णा दास ग्रामीणों का नेतृत्व कर रहे थे. दूसरी तरफ डीलर ने उल्टे उपभोक्ताओं पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे अपने घर से राशन में बालू मिलाकर लाए हैं. इस दौरान दोनों पक्षों की ओर से बात बढ़ी तो पुलिस को आना पड़ा. बीडीओ जोहन टुडू और पुलिस निरीक्षक राजीव कुमार भी इस विवाद को निपटाने पहुंच गए. लेकिन पुलिस की उपस्थिति में ही डीलर के परिजनों ने गाली-गलौज करते हुए मारपीट शुरू कर दी. ग्रामीणों ने भी प्रतिउत्तर में पत्थरबाजी शुरू कर दी.
इस झड़प में एसआई एसके महतो, जवान हरीश कुमार मिश्र और पिंकू कुमार घायल हो गए. बाद में डीलर की परिजन ने घर में घुसकर मारपीट करने और घर में रखे 40 बोरा सरकारी राशन लूट ले जाने का आरोप लगाते हुए मुखिया सहित 19 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी. वहीं, दूसरी ओर पुलिस की ओर से भी पुलिस पर हमला करने और सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में 9 नामजद सहित 30-40 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. फिलहाल मामले में पुलिस ने मुखिया कृष्णा दास सहित 6 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.