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किसानों ने रोका एफसीआई का ट्रक, कहा- पहले खुले आसमान में रखा धान खरीदो - गढ़वा में किसानों ने रोका ट्रक

गढ़वा के चिनिया प्रखंड में किसानों का बवाल देखने को मिला. धान लेकर बाहर जा रहे एफसीआई के ट्रकों को रोक दिया और जमकर हंगामा किया.

Farmers stopped FCI truck in Garhwa
एफसीआई का ट्रक
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Published : May 30, 2021, 12:39 AM IST

गढ़वाः एफसीआई क्रय केंद्र के बाहर सड़ते-गलते धान से गढ़वा के किसानों का गुस्सा बेकाबू हो रहा है. वो अब सख्त रूप अख्तियार करने लगे हैं. किसानों के इस गुस्से का गुब्बार चिनिया प्रखंड में फूट पड़ा. वहां के किसानों ने धान लेकर बाहर जा रहे एफसीआई के दो ट्रकों को रोक दिया. उन्होंने कहा कि खुले आसमान में रखे किसानों के धान को पहले खरीदा जाए.

इसे भी पढ़ें- दम तोड़ रही इंसानियत...! रात को भूखे सो गया मजदूर, सुबह हुई मौत, कंधा देने वाला कोई नहीं


इस वर्ष सरकार ने गढ़वा के किसानों के साथ अच्छा मजाक किया है. धान-क्रय से अपने आप को अलग करते हुए एफसीआई के माध्यम से किसानों का धान खरीदने का निर्णय लिया. जिला में मात्र 14 क्रय केंद्र खोले गए. किसान 6 महीने तक धान बचने के लिए परेशान रहे, फिर भी सभी किसानों का धान क्रय नहीं किया जा सका. किसानों के नाम पर विचौलियों के धान बड़ी मात्रा में खरीद ली गयी.

30 अप्रैल से धान क्रय पर रोक लगा दी गयी. किसानों के धान क्रय केंद्र के बाहर बारिस में सड़ने लगे हैं. किसानों के हित में सरकार ने भी कोई प्रभावी एक्शन नहीं लिया. प्रशासन भी कोरम पूरा करता रहा. धान बर्बाद होता देख किसानों को गुस्सा फूट पड़ा और स्वयं से अपना अधिकार हासिल करने के लिए उठ खड़े हुए.
चिनिया प्रखंड से धान एफसीआई के दो ट्रक लेकर शनिवार को बाहर जा रहे थे, जिसे किसानों ने रोक दिया. किसानों ने कहा कि जब तक उनके सारे धन खरीद नहीं लिए जाते हैं, तब तक ट्रक को बाहर नहीं जाने दिया जाएगा. चिनिया की तरह जिला के कांडी और नगर उंटारी प्रखंड मुख्यालय के क्रय केंद्र के बाहर रखे किसानों के सैकड़ों क्विंटल धान सड़ गए हैं.

गढ़वाः एफसीआई क्रय केंद्र के बाहर सड़ते-गलते धान से गढ़वा के किसानों का गुस्सा बेकाबू हो रहा है. वो अब सख्त रूप अख्तियार करने लगे हैं. किसानों के इस गुस्से का गुब्बार चिनिया प्रखंड में फूट पड़ा. वहां के किसानों ने धान लेकर बाहर जा रहे एफसीआई के दो ट्रकों को रोक दिया. उन्होंने कहा कि खुले आसमान में रखे किसानों के धान को पहले खरीदा जाए.

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इस वर्ष सरकार ने गढ़वा के किसानों के साथ अच्छा मजाक किया है. धान-क्रय से अपने आप को अलग करते हुए एफसीआई के माध्यम से किसानों का धान खरीदने का निर्णय लिया. जिला में मात्र 14 क्रय केंद्र खोले गए. किसान 6 महीने तक धान बचने के लिए परेशान रहे, फिर भी सभी किसानों का धान क्रय नहीं किया जा सका. किसानों के नाम पर विचौलियों के धान बड़ी मात्रा में खरीद ली गयी.

30 अप्रैल से धान क्रय पर रोक लगा दी गयी. किसानों के धान क्रय केंद्र के बाहर बारिस में सड़ने लगे हैं. किसानों के हित में सरकार ने भी कोई प्रभावी एक्शन नहीं लिया. प्रशासन भी कोरम पूरा करता रहा. धान बर्बाद होता देख किसानों को गुस्सा फूट पड़ा और स्वयं से अपना अधिकार हासिल करने के लिए उठ खड़े हुए.
चिनिया प्रखंड से धान एफसीआई के दो ट्रक लेकर शनिवार को बाहर जा रहे थे, जिसे किसानों ने रोक दिया. किसानों ने कहा कि जब तक उनके सारे धन खरीद नहीं लिए जाते हैं, तब तक ट्रक को बाहर नहीं जाने दिया जाएगा. चिनिया की तरह जिला के कांडी और नगर उंटारी प्रखंड मुख्यालय के क्रय केंद्र के बाहर रखे किसानों के सैकड़ों क्विंटल धान सड़ गए हैं.

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