गढ़वा: जिले के भवनाथपुर टाऊनशिप स्थित स्टील ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (सेल) के आरएमडी में कार्यरत दो पदाधिकारियों की जमकर पिटाई कर दी गई. विस्थापितों ने दोनों की पिटाई की है. घायल सेल पदाधिकारी का अस्पताल में इलाज चल रहा है. वहीं पुलिस का कहना है कि इस मामले की जांच चल रही है. अभी तक किसी पक्ष से कार्रवाई के लिए कोई आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है.
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सेल टाऊनशिप में सेल का कच्चा माल प्रभाग यानी आरएमडी है. जहां से सेल को डोलोमाइट और लाइम स्टोन सप्लाई होता है. खदान के लिए कई लोगों की जमीन अधिकृत की गई थी और उन्हें मुआवजा दिया गया था. सैकड़ों विस्थापित सेल में मजदूर के तौर पर कार्य करते थे. लेकिन 5-6 सालों से खदान की स्थिति दयनीय हो गई है. फिलहाल दोनों खदान बंद है. खदान बंद होने पर विस्थापित अपने जमीन पर फिर से खेती करने लगे. लेकिन सेल उन्हें उस जमीन पर खेती करने से रोकती है. सेल से लड़ने के लिए विस्थापितों ने विस्थापित संघर्ष समिति का गठन कर लिया है.
सेल की जमीन पर कब्जा करने की कोशिश
शुक्रवार को विस्थापित नन्दलाल पाठक अपनी जमीन पर जोत कर रहे थे. तभी सेल अधिकारियों के निर्देश पर सीआईएसएफ के जवानों ने उन्हें पकड़कर सेल भवन में लाकर बैठा दिया. इसकी जानकारी मिलते ही विस्थापित संघर्ष समिति के लोग वहां पहुंच गए और नन्दलाल पाठक को सेल भवन से जबरन मुक्त करा लिया. विस्थापितों से सेल पदाधिकारियों को ढूंढ-ढूंढ कर मारने की घोषणा की और सेल भवन के मुख्य गेट को जाम कर हंगामा शुरू कर दिया. इस दौरान विस्थापितों ने बाइक से अपने आवास की ओर लौट रहे सेल अधिकारी राजेश कुमार और सेल के एजीएम (इलेक्ट्रिक) राजीव रंजन को घेर लिया और डंडे से उनकी पिटाई शुरू कर दी. राजेश कुमार मार खाते हुए वहां से किसी तरह भाग निकले. जबकि राजीव रंजन विस्थापतों के बीच घिर गए और विस्थापितों ने उनकी जमकर पिटाई कर दी. कुछ लोगों ने बीच बचाव कर उन्हें वहां से अस्पताल पहुंचाया.
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विस्थापित का सेल अधिकारियों पर आरोप
विस्थापित नन्दलाल पाठक ने बताया कि वर्षों से उनके पूर्वज अपनी जमीन पर खेती करते आ रहे हैं. वह अपनी जमीन पर खेती कराने गए थे. सेल के अधिकारियों के निर्देश पर उन्हें बंधक बना लिया गया. बाद में विस्थापित संघर्ष समिति के लोगों ने उन्हें दो घंटे बाद मुक्त कराया. सेल अधिकारी राजीव रंजन ने कहा कि उन्हें घेरकर डंडे से पीटा गया है. अधिकारियों के निर्देशानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी. वहीं भवनाथपुर के पुलिस इंस्पेक्टर राजीव कुमार सिंह ने कहा कि इस सम्बंध में पुलिस कार्रवाई करेगी. सेल के अधिकारी आवेदन देते हैं तो एफआईआर दर्ज की जाएगी.