गढ़वा: जिला मुख्यालय से सटे छतरपुर गांव में एक 10 साल के बच्चे का शव फांसी के फंदे से लटका पाया गया. परिजन एवं ग्रामीण इसे हत्या का मामला बता रहे हैं. मौके पर पहुंची पुलिस को ग्रामीणों ने शव को उठाने से मना कर दिया. बाद में पुलिस ने खोजी कुत्ता का प्रयोग किया लेकिन इस मौत का सुराग नहीं मिल सका.
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जानकारी के अनुसार छतरपुर गांव के धनंजय चौधरी का 10 वर्षीय पुत्र करण चौधरी घर के सदस्यों के साथ सुबह का नाश्ता किया था. उसके बाद बड़ा भाई पढ़ने के लिए स्कूल चला गया था जबकि पिताजी मजदूरी करने घर से बाहर निकल गए थे. घर में केवल उसकी मां थी जो गाय बांधने खेत में चली गई थी. मां जब घर वापस लौटी तो दरवाजे के समीप ही बकरी बांधने वाली रस्सी के फंदे पर अपने पुत्र को लटका हुआ पाया. यह दृश्य देखते ही उसने चीखना चिल्लाना शुरू कर दिया. चिल्ला-चिल्लाकर अपने पुत्र को बचाने का गुहार लगाने लगी. शोर सुनकर ग्रामीण भी वहां आ गए एवं जल्दी-जल्दी बच्चे को फांसी के फंदे से नीचे उतारा. लेकिन बच्चा जीवित नहीं था. इसकी सूचना मिलते ही गांव में कोहराम मच गया. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया.
सूचना मिलने पर घटनास्थल पर पहुंची पुलिस को भी ग्रामीण एवं परिजनों के आक्रोश का शिकार बनना पड़ा. ग्रामीणों ने बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने से रोक दिया. ग्रामीणों की मांग पर पुलिस ने खोजी कुत्ता को बुलवाया. उसके जरिये मौत के कारणों का ढूंढना शुरू किया. पुलिस पदाधिकारियों के आश्वासन के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा गया.
एसडीपीओ अवध कुमार यादव ने बताया कि फांसी पर लटके हुए एक बच्चे का शव बरामद किया गया है. परिजन उसे हत्या का मामला बता रहे हैं. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है. खोजी कुत्ता का प्रयोग कर मामले का अनुसंधान करने का प्रयास किया गया है. इस दिशा में आगे भी कार्रवाई की जाएगी एवं मौत के कारणों का पता लगाया जाएगा.