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गढ़वा में ब्लैक फंगस का पहला मरीज मिला, इलाज के लिए रिम्स रेफर

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Published : May 28, 2021, 9:26 PM IST

पूरे देश में ब्लैक फंगस तेजी से पांव पसार रहा है. गढ़वा में भी ब्लैक फंगस की इंट्री हो गई है. जिले में पहला ब्लैक फंगस का मरीज पाया गया है, जिसे इलाज के लिए रिम्स रेफर किया गया है. मरीज पहले से ही कोरोना संक्रमित है.

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ब्लैक फंगस का मरीज

गढ़वा: जिले में ब्लैक फंगस की इंट्री हो ही गई है. मेराल सीएचसी में चार दिनों से इलाजरत एक कोविड मरीज को ब्लैक फंगस से ग्रसित पाया गया है. आंख रोग विशेषज्ञ की पुष्टि के बाद उस मरीज रिम्स रांची रेफर कर दिया गया है.

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जिले के रमकंडा प्रखंड का एक व्यक्ति कोविड से पीड़ित हो गया था. 15 दिनों से उसका इलाज छतीसगढ़ के अम्बिकापुर के एक अस्पताल में चल रहा था, लेकिन उसके स्वास्थ्य में सुधार नहीं हो रहा था. रिश्तेदारों की सलाह के बाद चार दिन पहले उसे मेराल प्रखंड के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी स्थिति नाजुक बनी हुई थी, मात्र चार दिनों तक इलाज के बाद उसके स्वास्थ्य में सुधार होने लगा था, लेकिन दवा देने के बाद भी उसके आंख में हुए इन्फेक्शन में सुधार नहीं देखा गया.

99 प्रतिशत ब्लैक फंगस होने की पुष्टि
मेराल सीएचसी प्रभारी डॉ दीपक कुमार सिन्हा ने कहा कि मरीज को काफी नाजुक हालत में अस्पताल में भर्ती किया गया था, कोविड में सुधार के बाद उसके आंख में हुए इन्फेक्शन का भी ट्रीटमेंट किया जा रहा था, लेकिन दवा वेअसर साबित हो रहा था, उसके बाद आंख रोग विशेषज्ञ से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उसकी जांच कराई गई, जिसमें मरीज में 99 प्रतिशत ब्लैक फंगस होने की पुष्टि हुई, जिसके बाद मरीज को रिम्स भेज दिया गया.

गढ़वा: जिले में ब्लैक फंगस की इंट्री हो ही गई है. मेराल सीएचसी में चार दिनों से इलाजरत एक कोविड मरीज को ब्लैक फंगस से ग्रसित पाया गया है. आंख रोग विशेषज्ञ की पुष्टि के बाद उस मरीज रिम्स रांची रेफर कर दिया गया है.

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99 प्रतिशत ब्लैक फंगस होने की पुष्टि
मेराल सीएचसी प्रभारी डॉ दीपक कुमार सिन्हा ने कहा कि मरीज को काफी नाजुक हालत में अस्पताल में भर्ती किया गया था, कोविड में सुधार के बाद उसके आंख में हुए इन्फेक्शन का भी ट्रीटमेंट किया जा रहा था, लेकिन दवा वेअसर साबित हो रहा था, उसके बाद आंख रोग विशेषज्ञ से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उसकी जांच कराई गई, जिसमें मरीज में 99 प्रतिशत ब्लैक फंगस होने की पुष्टि हुई, जिसके बाद मरीज को रिम्स भेज दिया गया.

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