गढ़वा: जिले के बड़गढ़ प्रखंड के बरकोल गांव में शुक्रवार की शाम एक जंगली भालू ने एक परिवार के छह लोगों पर हमला कर दिया. इसमें दो सगे भाई और उनके एक रिश्तेदार की मौत हो गई, जबकि इसी परिवार के दो लोग और एक अन्य महिला किसी तरह से जान बचाकर भाग निकले.
घायलों को गढ़वा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस घटना के बाद गांव में दहशत फैल गई. ग्रामीणों ने वन विभाग के खिलाफ भारी आक्रोश जताया है. ग्रामीणों ने डीएफओ को मौके पर बुलाने की मांग को लेकर लाश नहीं उठाने दी.
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जानकारी के मुताबिक गढ़वा मुख्यालय से काफी दूर बरकोल गांव स्थित है. गांव का अनित गिद्ध लाइट चार्ज कराने के लिए गांव के बाजार में गया था. ग्रामीणों ने बताया कि वहां से लौटने के दौरान शाम 7 बजे के करीब गांव से कुछ दूरी पर उस पर भालू ने अचानक हमला कर दिया. इस दौरान अनित मदद के लिए जोर से चिल्लाया. चीख पुकार सुनने के बाद उसका भाई सुजीत गिद्ध और रिश्तेदार राजू उरांव वहां पहुंच गए. इस दौरान भालू ने उन दोनों पर भी हमला कर दिया.
वे सभी भालू से किसी तरह बचने की कोशिश कर रहे थे कि इसी दौरान अनित के अन्य दो भाई कमलेश गिद्ध और छोटे गिद्ध और छोटू की पत्नी मरियम गिद्ध भी वहां पहुंच गई. इस बीच भालू ने किसी के सिर का मांस नोच लिया तो किसी की हड्डियां तोड़ दी.
भालू ने अनित, सुजीत और राजू को बुरी तरह जख्मी कर दिया. भालू ने उनके सिर और शरीर के अन्य भागों से मांस नोच डाला. इसमें तीनों की मौत हो गई, शेष तीन लोग बुरी तरह घायल होने के बाद किसी तरह जान बचाकर भागे. शनिवार सुबह परिजनों को पूरी जानकारी मिली.
ग्रामीणों में आक्रोश
इस घटना के बाद गांव में खौफ का माहौल है. साथ ही जंगली जानवरों से ग्रामीणों की रक्षा के लिए कोई उपाय न करने को लेकर वन विभाग पर ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा. ग्रामीणों ने शव उठाने का विरोध शुरू कर दिया. वे वन विभाग के डीएफओ को बुलाने की मांग कर रहे थे. घायल छोटू गिद्ध ने कहा कि उनके सामने ही उनके दो भाइयों को भालू ने मार डाला. वह किसी तरह वहां से भागने में सफल रहा.