गढ़वा: झारखंड में विधानसभा चुनाव की सरगर्मी तेज हो गई है. सभी पार्टी अपने-अपने दलों से प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर रहे हैं. प्रत्याशियों के नामों की घोषणा के साथ एक ओर कहीं खुशी की लहर होती है तो वहीं कई नेता बगावत पर उतर आते हैं. भवनाथपुर विधानसभा सीट से केपी यादव को टिकट मिलने से प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष मानस सिन्हा पार्टी से बगावत पर उतर आए हैं. टिकट नहीं मिलने से नाराज मानस सिन्हा ने गढ़वा के भवनाथपुर विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय पर्चा दाखिल कर दिया है.
क्यों हैं नाराज
मानस सिन्हा ने ईटीवी भारत से हुई बातचीत में कहा कि उनका टिकट फाइनल था, लेकिन यहां के राजा ने अपने भाई अनंत प्रताप देव को बीजेपी से जीत दिलाने के लिए समाजवादी पार्टी के नेता को कांग्रेस का टिकट दिला दिया. मानस सिन्हा ने कहा कि 24 वर्षों से वे कांग्रेस की सेवा कर रहे हैं. भवनाथपुर के सभी 9 प्रखंड और 75 पंचायतों में उन्होंने कांग्रेस का जमीन तैयार किया था. ऐसे में टिकट नहीं मिलना उनके साथ नाइंसाफी है.
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पार्टी से नहीं दिया है इस्तीफा
उन्होंने पार्टी से इस्तीफा नहीं दिया है और न हीं कांग्रेस का कोई बड़ा लीडर उनसे संपर्क किया है. फिलहाल वह निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में हैं और जनता इसका फैसला करेगी. उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी अध्यक्ष होते तो झारखंड में कांग्रेस की 31 में से 15 सीट पर युवा चुनाव लड़ते.