गढ़वा: अपने प्यार को पाकर शादी के बंधन में बंधी एक लड़की की खुशियां देखते ही बन रही थी लेकिन वह मात्र 6 घंटे तक ही सुहागन रह सकी. उसके सामने कुछ ऐसी परिस्थिति आ गई जिसके बाद उसे अपने ही हाथों से अपनी मांग को धोना पड़ा.
'मैं चोर नहीं आशिक हूं'
पूरा मामला बरडीहा प्रखंड के मझिगवां गांव की है. यहां शुक्रवार देर रात राकेश रजवार का बेटा बरडीहा प्रखंड के मझिगवां गांव के तेतरी कुंवर के घर में चोर की तरह घुस रहा था. तेतरी ने चोर-चोर का शोर किया. यह सुनते ही लड़का भागने लगा लेकिन ग्रामीणों दौड़कर उसे पकड़ लिया. लड़के ने बताया कि वह चोर नहीं आशिक है. वह तेतरी कुंवर की बेटी से प्यार करता है. उसी से मिलने आया था. लड़की ने भी प्यार की बात स्वीकार किया. ग्रामीणों ने शनिवार की सुबह लड़के के पिता और रिश्तेदारों को बुलाया गया. गांव के देवी धाम परिसर में दोनों की शादी करा दी. लड़के ने सिंदूर देकर लड़की को अपनी पत्नी स्वीकार किया. ग्रामीणों ने तालियां बजाकर इसका समर्थन किया.
लड़की ने अपने हाथों से धो ली मांग
किसी ने इस शादी की सूचना बरडीहा थाना पुलिस को दे दी. पुलिस ने दोनों पक्ष के लोगों को थाना में बुलाया. जांच के दौरान यह पता चला कि लड़की की उम्र 19 वर्ष और लड़के की उम्र 16 वर्ष है. पुलिस ने कहा कि नाबालिग लड़के के साथ शादी गैर कानूनी है. इसके बाद मां और जीजा के कहने पर लड़की ने अपने ही हाथों से थाना परिसर में ही अपनी मांग में लगे सिंदूर को धो लिया.
थाना प्रभारी सुमंत कुमार राय ने कहा कि इस संबंध में कार्रवाई के लिए किसी पक्ष की ओर से कोई आवेदन नहीं दिया गया. नाबालिग लड़के को उनके पिता को सौंप दिया गया. जबकि लड़की को भी उसकी मां के साथ घर वापस भेज दिया गया.