गढ़वाः विजयादशमी के दिन जिले में एक बड़ा हादसा हुआ है. जिले के नगर उंटारी थाना क्षेत्र के नयाखाड़ स्थित बभनी खांड़ डैम में डूबने से चार युवकों की मौत हो गई. चारों युवक डैम में मछली मारने गए थे. जबकि पांच लोग बाल बाल बच गये. सूचना मिलते ही स्थानीय लोग और पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंच कर त्वरित प्रयास शुरू किया. घटना से मृतकों के घरों में कोहराम मच गया है.
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जानकारी के अनुसार नयाखांड़ गांव के 9 युवक बबलू उरांव, नागेंद्र उरांव, अनिल उरांव, अमरेश कुमार, नवलेश लकड़ा, गुड्डू उरांव, रवींद्र उरांव, सोनू उरांव, नरेश उरांव मछली मारने के लिये बभनी खांड़ डैम में गये थे. जिसमें से चार युवक बबलू उरांव 24 वर्ष, नागेंद्र उरांव 35 वर्ष, अनिल उरांव 20 वर्ष, अमरेश कुमार 15 वर्ष की डैम में डूबने से मौत हो गई. चारों युवक सिंचाई के लिये बनाये गये निर्माणाधीन नहर के माध्यम से फाटक में घुस गये थे. घुसने के कुछ देर बाद वो वापस नहीं लौटे. वहीं साथ में गये अन्य साथियों ने देखा कि कोई आवाज नहीं आ रही है तो तीन लोगों ने घुस कर देखने का प्रयास किया. दम घुटने के कारण तीनों बाहर निकल गये और आस पास के ग्रामीणों को इसकी सूचना दी. सूचना गांव में आग की तरह फैल गई. कुछ देर में उक्त स्थल पर आसपास के ग्रामीणों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी और सभी युवकों की खोजबीन करने लगे.
उधर घटना की सूचना मिलने के बाद एसडीपीओ प्रमोद कुमार केशरी और थाना प्रभारी योगेंद्र कुमार दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने घटना की पूरी जानकारी ली. इसके बाद डैम का फाटक खुलवाया. फाटक खुलने के बाद फाटक के नीचे फंसे चारों युवकों का शव डैम के पानी के तेज बहाव से निर्माणाधीन नहर से बाहर निकाला गया. इसके बाद पुलिस चारों युवकों को अनुमंडल अस्पताल ले आयी. जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने चारों मृतकों के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए गढ़वा भेज दिया. उधर मृतक के परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है. दशहरा की खुशी गम में बदल गई है. चारों तरफ मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है.
इधर घटना के प्रत्यक्षदर्शी नयाखांड़ निवासी रवींद्र उरांव, गुड्डू उरांव, नवलेश उरांव ने बताया कि हम सभी 9 लोग बभनी खांड़ डैम में मछली मारने आये थे. इसी दौरान डैम के फाटक के नीचे चार लोग मछली मारने का जाल लेकर घुसे. घुसने के काफी देर के बाद भी चारों लोग बाहर नहीं निकले, हालांकि हम लोग इधर से आवाज देते रहे लेकिन उधर से कोई आवाज नहीं आई, तो हम लोगों ने भी घुसने का प्रयास किया, लेकिन हमलोगों का भी दम घुटने लगा तो हम लोग बाहर निकल गये और आसपास के ग्रामीणों को इसकी सूचना दी.