जमशेदपुर: सीख नेता गुरुचरण सिंह बिल्ला पर फायरिंग करने वाले दो शूटरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. सीजीपीसी प्रधान गुरमुख सिंह मुखे ने हमलावरों के साथ मिलकर सीजीपीसी दफ्तर में ही हत्या की साजिश रची थी. 5 लाख में सौदा तय किया गया था. पकड़े गए अपराधियों के पास से तीन देसी कट्टा भी बरामद हुआ है.
झारखंड सिख प्रतिनिधि बोर्ड के अध्यक्ष गुरुचरण सिंह बिल्ला पर फायरिंग करने वाले गिरोह के सरगना उत्तम पांडा उर्फ बूढ़ा को पुलिस ने उसके साथी के साथ गिरफ्तार कर लिया है. सीजीपीसी के प्रधान गुरमुख ने अपराधियों से संपर्क कर पांच लाख में सौदा तय किया था. घटना के दो दिन पहले 7 नवंबर को राजकिशोर के साथ सीजीपीसी के कार्यालय में शूटर गए थे, जहां अंबे ने एक मोबाइल खरीद कर उसे दिया था.
ये भी पढ़ें-देवघरः मतदान केंद्रों में पहुंच रहे मतदाता, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
बिल्ला अपनी पत्नी के साथ सीता रामडेरा गुरुद्वारा में आते-जाते रहते थे. गोलमुरी में लगे बिल्ला की एक तस्वीर दिखा कर उसकी पहचान कराई गई थी. मुखे ने बिल्ला के घर से निकलने की जानकारी दी थी. दोनों शूटर बाइक से बिल्ला के पास पहुंचे और कट्टा निकालकर गोली चलाने लगे, इस क्रम में बिल्ला ने हाथ से झटका मार कर भागने का प्रयास किया था.
ये भी पढ़ें-पिंक बूथ में टॉर्च की रोशनी में मतदान, निर्वाचन आयोग की तैयारियों में दिखी कमी
क्या था मामला
9 नवंबर की सुबह गुरु चरण सिंह बिल्ला पर बिरसा स्पोर्टिंग क्लब के पास अपराधियों ने फायरिंग की थी. बिल्ला को तीन गोलियां लगी थी. उन्हें इलाज के लिए टीएमएच अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इस मामले में गुरमुख की पत्नी गुरप्रीत कौर के बयान पर सेंट्रल गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान गुरमुख सिंह मुखे अमरजीत सिंह अंबे और बलबीर सिंह बल्ली के अलावा छह अन्य पर प्राथमिकी दर्ज कराई थी.