जमशेदपुरः टाटानगर रेलवे स्टेशन को राष्ट्रीय हरित प्राधिकार के तहत इको स्मार्ट स्टेशन बनाने के लिए मुहिम तेज कर दी गई है. टाटानगर रेलवे स्टेशन में कोलकाता गार्डन रीच से आए पीआरओ और टाटानगर रेलवे के एआरएम ने स्टेशन के सभी प्लेटफार्म में घूम-घूमकर यात्रियों के बीच पेपर बैग और स्टॉल वालों को मिट्टी के कुल्हड़ का वितरण किया.
एआरएम ने बताया कि टाटानगर स्टेशन को आईएसओ मानक में लाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है. देश पर्यावरण बचाने की दिशा में सरकार लगातार अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें देश के सभी रेलवे स्टेशन को ईको फ्रेंडली बनाने के लिए रेलवे प्रशासन जागरूकता अभियान चला रही है. वहीं, राष्ट्रीय हरित प्राधिकार के तहत साउथ ईस्टर्न रेलवे के टाटानगर रेलवे स्टेशन में कोलकाता गार्डनरिच से आए पीआरओ, टाटानगर रेलवे के एआरएम और स्टेशन निदेशक ने सभी प्लेटफार्म में यात्रियों को बीच पर्यावरण बचाने के लिए प्लास्टिक के इस्तेमाल न करने की बात कही. उन्होंने प्लास्टिक के जगह पेपर बैग का उपयोग करने को कहा.
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टाटानगर रेलवे के एआरएम विकास कुमार ने बताया कि साउथ ईस्टर्न रेलवे में 21 स्टेशन को इको स्मार्ट स्टेशन चुना गया है, जिसमें टाटानगर स्टेशन भी शामिल है. जहां यात्रियों और प्लेटफॉर्म के सभी स्टॉल में पर्यावरण को बचाने के लिए पेपर बैग का इस्तेमाल करने और टाटानगर स्टेशन को नो प्लास्टिक जोन बनाने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, जिससे टाटानगर को आईएसओ मानक मिल सके.
बता दें कि, साउथ ईस्टर्न रेलवे में 21 स्टेशन को चिन्हित किया गया है, जिसमें दीघा, रांची, बोकारो, पुरुलिया, विष्णुपुर, आद्रा और बांकुड़ा 7 स्टेशन को आईएसओ मानक दिया गया है. वहीं, साउथ ईस्टर्न रेलवे के कोलकाता गार्डनरीच से आये विधान चंद्र राय ने बताया कि 21 में 7 स्टेशनों को आईएसओ मानक दिया गया है. 14 स्टेशन के लिए अभियान चल रहा है, जिसमें टाटानगर रेलवे स्टेश प्रमुख है.