जमशेदपुर: टाटा स्टील कंपनी अब हरियाणा के रोहतक में स्टील रिसाइक्लिंग प्लांट का कच्चा माल 'फेरस स्क्रैप' की कारखाना लगाएगी. भारत की पहली अत्याधुनिक प्रोसेसिंग प्लांट के साथ कंपनी स्टील रिसाइक्लिंग के क्षेत्र में प्रवेश की तैयारी कर रही है.
टाटा समूह की कंपनी टाटा स्टील ने 24 जुलाई को हरियाणा के रोहतक में स्थापित किए जा रहे अपने स्टील रिसाइकलिंग प्लांट को परीक्षण के लिए कच्चा माल फेरस स्क्रैप की पहली खेप भेजी है. स्टील रिसाइकलिंग बिजनेस सस्टेनेबल स्टील उत्पादन और इकोसिस्टम की दिशा में टाटा स्टील की ओर से एक ठोस हरित कदम है. रिसाइकिल से स्टील उत्पादन में कार्बन का उत्सर्जन कम होता है और संसाधन के साथ-साथ ऊर्जा की खपत भी कम होती है. टाटा स्टील रिसाइक्लिंग बिजनेस चीफ योगेश बेदी ने कहा कि इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस (ईएएफ) रूट के माध्यम से स्टील रिसाइक्लिंग एक ग्लोबल ट्रेंड है और भविष्य में यह भारत की सस्टेनेबल विकास आकाक्षाओं के लिए अनिवार्य हो जाएगा.
इसे भी पढ़ें- जल संरक्षण में मिसाल बना हरियाणा का यह गांव, पीएम मोदी ने भी की तारीफ
टाटा स्टील रिसाइक्लिंग बिजनेस चीफ योगेश बेदी ने बताया कि देश में कबाड़ वाले कच्चे माल पर आधारित पहला इस्पात कारखाना हरियाणा के रोहतक में स्थापित हो रहा है. यह जल्द ही चालू हो जायेगा. इस पहल का उद्देश्य स्टील उद्योग को आवश्यक कच्चे माल की आपूर्ति बढ़ाने के लिए क्वॉलिटी प्रोसेस्ड फेरस स्क्रैप उपलब्ध कराना, वर्तमान असंगठित स्क्रैप सप्लाई चेन को सुव्यवस्थित करना, आयात पर निर्भरता को कम करना और पूरे वैल्यू चेन में पारदर्शिता और दक्षता को पूरा करना है. कंपनी की ओर से 0.5 मिलियन टन प्रतिवर्ष की क्षमता वाला अत्याधुनिक स्क्रैप प्रोसेसिंग प्लांट हरियाणा के रोहतक में स्थापित हो रहा प्लांट जल्दी कार्यरत हो जायेगा.