जमशेदपुर: कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में अनलॉक-1 लागू किया गया है, जिसमें कई क्षेत्रों को छूट दी गई है. टाटा स्टील कंपनी लॉकडाउन के दौरान जमशेदपुर के सुदूरवर्ती गांव और कस्बों में गरीब लोगों को खाना खिला रही थी, जिसे अब समाप्त कर दिया गया है. टाटा स्टील लोगों को खिचड़ी बांटने के बाद अब उन्हें रोजगार से जोड़ने की तैयारी में जुटी है.
लॉकडाउन के दौरान टाटा स्टील की सीएसआर टीम ने जरूरतमंद लोगों तक रेडी टू इट (खिचड़ी) के साथ कच्चा राशन बांटा था, लेकिन अनलॉक-1 में मिली छूट के बाद इसकी जरूरत कम महसूस की गई. इसलिए फिलहाल खिचड़ी वितरण बंद कर दिया गया है. कुछ परिवारों तक राशन का पैकेट अभी भी भेजा जा रहा है. टीम का पूरा फोकस अब लोगों को आर्थिक संकट से दूर करने जैसी योजना को लागू करने में है.
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प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद सीएसआर चीफ सौरभ रॉय ने बताया कि विभिन्न योजना के साथ सीएसआर ने पूर्वी सिंहभूम के 55 ऐसे परिवारो को जोड़ा है जिनसे उनके ही गांव में तालाब का निर्माण कराया जा रहा है. इससे उन परिवारों को जहां आर्थिक सहायता दी जाएगी, वहीं उस गांव में पानी की समस्या को भी दूर किया जा सकेगा. कारण यह है कि अब मॉनसून शुरू हो चुका है. इसलिए उसमें पानी का ठहराव होगा, जो भविष्य में भी उस गांव के लिए लाभकारी होगा. वहीं 122 किसानों को मनरेगा से जोड़कर लाभ पहुंचाने का काम किया जा रहा है.