जमशेदपुर: कंपनी का प्रोडक्शन 70 प्रतिशत से कम होने पर आईबी जीरो हो जाता है. इसको लेकर प्रबंधन और यूनियन के बीच समझौता भी है. 70 प्रतिशत से ज्यादा प्रोडक्शन होने पर ही बोनस कर्मचारियों को उनके विभाग के उत्पादन प्रतिशत के हिसाब से मिलने का प्रावधान है. लेकिन लॉकडाउन के कारण प्रोडक्शन में बहुत ज्यादा प्रभाव पड़ा है.
50 प्रतिशत से भी कम उत्पादन हुआ है. ऐसे में कंपनी इनसेंटिव बोनस नहीं दे सकती है. बात ऐसी भी सामने आ रही है कि मई का आईबी भी जीरो होने की आशंका है. आईबी जीरो होने को लेकर टाटा वर्कर्स यूनियन के पदाधिकारी और कमेटी मेंबरों के अलग-अलग ग्रुप में यह चर्चा का विषय बना हुआ है.
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इस संबंध में यूनियन के टॉप थ्री से बात करने पर उन्होंने आईबी के संबंध में विस्तार से जानकारी दी. अध्यक्ष आर रवि प्रसाद ने बताया कि कोविड-19 और लॉकडाउन के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है. प्रोडक्शन प्रभावित होने के कारण आईबी जीरो हो गया है. हालांकि अध्यक्ष ने यह कहा है कि वह इस संबंध में प्रबंधन से बात करेंगे और कुछ रास्ता निकालने का प्रयास किया जाएगा.
वहीं, महामंत्री सतीश सिंह ने कहा कि आईबी जीरो होने की जानकारी अध्यक्ष के निजी सचिव द्वारा वाट्सएप पर भेजे गए मैसेज से मिली है. इसमें क्या रास्ता निकाला जाएगा. इस संबंध में उनसे कोई बात नहीं की गयी है. वहीं, डिप्टी प्रेसिडेंट अरविंद पांडेय ने बताया कि यह पूर्व से तय है कि 70 प्रतिशत से कम प्रोडक्शन होने पर आईबी नहीं मिलेगा. इसलिए इस पर वर्तमान स्थिति को देखते हुए बहस करना मुनासिब नहीं है.