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ऑनलाइन खरीदारी ने छोटे दुकानदारों का धंधा किया मंदा, राखी बाजार पर गहरा असर

ऑनलाइन खरीदारी को लेकर लोगों का रुझान बढ़ा है. ग्रामीण क्षेत्रों में भी अब इसने पैठ बना ली है. जिसका असर परंपरागत दुकानदारों के धंधे पर पड़ रहा है. इसका खामियाजा इस बार राखी बेचने वाले छोटे दुकानदार भुगत रहे हैं

ऑनलाइन बिक्री की मार
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Published : Aug 14, 2019, 10:30 AM IST

घाटशिला/पूर्वी सिंहभूमः 15 अगस्त को राखी का त्योहार है. इसे लेकर जितनी उत्सुकता खरीदारों को है, उतनी ही उम्मीद दुकानदारों को थी कि उनकी बिक्री ज्यादा होगी. दुकानदारों को हर साल की तरह इस साल भी उम्मीद थी कि बिक्री अच्छी होगी लेकिन, डिजिटल मार्केटिंग ने छोटे दुकानदारों के धंधे को तोड़ कर रख दिया.

देखें पूरी खबर


बढ़ रहा है ऑनलाइन शॉपिंग का क्रेज
शहरी क्षेत्रों के अलावा अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी ऑनलाइन खरीददारी का क्रेज बढ़ गया है. लोग अब बाजार नहीं जाना चाहते, घर बैठे ही सामान मंगवाना चाहते हैं. कुछ ऐसा ही हाल पूर्वी सिंहभूम के ग्रामीण क्षेत्रों में भी है. ग्रामीण भी अब ऑनलाइन खरीदारी कर रहे हैं. घर बैठे ही ऑनलाइन राखी की खरीदारी कर रहे और ऑनलाइन से ही भाई अपनी बहनों को गिफ्ट भी दे रही है.

दरअसल, बहुत सारी ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट होने के कारण राखियां ऑनलाइन सस्ती मिल रही हैं. इसी कारण लोगों का रुझान ईकॉमर्स साइट से खरीदारी की ओर अधिक बढ़ रहा है. जिससे परंपरागत बाजार की चाल बिगड़ गई है.

ऑनलाइन शॉपिंग से छोटे दुकानदारों का कारोबार लगातार प्रभावित हो रहा है. अमेजन, फ्लिपकार्ट सहित अन्य ई-कॉमर्स साइटों ने न केवल उत्पादों पर भारी छूट दी है बल्कि उत्पाद की गुणवत्ता के साथ-साथ मनी बैक की गारंटी भी दी जा रही है. बाजारों की भीड़भाड़ और समय की कमी के चलते लोगों का रुझान ऑनलाइन खरीदारी की ओर बढ़ने लगा है. हालांकि, कई मामलों में ऑनलाइन खरीदारी में फ्रॉड के केस भी सामने आए हैं. जितनी अधिक संख्या में लोग ऑनलाइन शॉपिंग कर रहे हैं, उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाले दिनों में परंपरागत दुकानदारों का धंधा चौपट हो जाएगा.

आकर्षित करते हैं डिस्काउंट्स
ऑनलाइन खरीदारी में लोगों को आकर्षक छूट भी मिलती है, जबकि परंपरात दुकानदार छूट नहीं दे पाते और न ही उनके पास अधिक विकल्प होते हैं. जबकि ऑनलाइन खरीदारी करने के दौरान यह समस्या नहीं होती है. इस कारण भी लोग ऑनलाइन खरीदारी करने की ओर आकर्षित हो रहे हैं.

ये भी पढ़ें-जंग-ए-आजादी में अमर है नीलांबर-पीतांबर का नाम, शुरू की थी 'गुरिल्ला वार' की रणनीति


डाकघर भी पड़े हैं सूने
ऑनलाइन शॉपिंग का असर डाकघर में भी देखने को मिला. पहले लोग भारतीय डाक से ही राखी भेजते थे, लेकिन, जबसे ऑनलाइन का बोलबाला है तभी से लोग ऑनलाइन ही राखी भेज रहे हैं. भारतीय डाक अभी भी यह दावा कर रही है कि हम से बेहतर राखी की डिलीवरी सर्विस कोई नहीं दे सकता.

घाटशिला/पूर्वी सिंहभूमः 15 अगस्त को राखी का त्योहार है. इसे लेकर जितनी उत्सुकता खरीदारों को है, उतनी ही उम्मीद दुकानदारों को थी कि उनकी बिक्री ज्यादा होगी. दुकानदारों को हर साल की तरह इस साल भी उम्मीद थी कि बिक्री अच्छी होगी लेकिन, डिजिटल मार्केटिंग ने छोटे दुकानदारों के धंधे को तोड़ कर रख दिया.

देखें पूरी खबर


बढ़ रहा है ऑनलाइन शॉपिंग का क्रेज
शहरी क्षेत्रों के अलावा अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी ऑनलाइन खरीददारी का क्रेज बढ़ गया है. लोग अब बाजार नहीं जाना चाहते, घर बैठे ही सामान मंगवाना चाहते हैं. कुछ ऐसा ही हाल पूर्वी सिंहभूम के ग्रामीण क्षेत्रों में भी है. ग्रामीण भी अब ऑनलाइन खरीदारी कर रहे हैं. घर बैठे ही ऑनलाइन राखी की खरीदारी कर रहे और ऑनलाइन से ही भाई अपनी बहनों को गिफ्ट भी दे रही है.

दरअसल, बहुत सारी ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट होने के कारण राखियां ऑनलाइन सस्ती मिल रही हैं. इसी कारण लोगों का रुझान ईकॉमर्स साइट से खरीदारी की ओर अधिक बढ़ रहा है. जिससे परंपरागत बाजार की चाल बिगड़ गई है.

ऑनलाइन शॉपिंग से छोटे दुकानदारों का कारोबार लगातार प्रभावित हो रहा है. अमेजन, फ्लिपकार्ट सहित अन्य ई-कॉमर्स साइटों ने न केवल उत्पादों पर भारी छूट दी है बल्कि उत्पाद की गुणवत्ता के साथ-साथ मनी बैक की गारंटी भी दी जा रही है. बाजारों की भीड़भाड़ और समय की कमी के चलते लोगों का रुझान ऑनलाइन खरीदारी की ओर बढ़ने लगा है. हालांकि, कई मामलों में ऑनलाइन खरीदारी में फ्रॉड के केस भी सामने आए हैं. जितनी अधिक संख्या में लोग ऑनलाइन शॉपिंग कर रहे हैं, उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाले दिनों में परंपरागत दुकानदारों का धंधा चौपट हो जाएगा.

आकर्षित करते हैं डिस्काउंट्स
ऑनलाइन खरीदारी में लोगों को आकर्षक छूट भी मिलती है, जबकि परंपरात दुकानदार छूट नहीं दे पाते और न ही उनके पास अधिक विकल्प होते हैं. जबकि ऑनलाइन खरीदारी करने के दौरान यह समस्या नहीं होती है. इस कारण भी लोग ऑनलाइन खरीदारी करने की ओर आकर्षित हो रहे हैं.

ये भी पढ़ें-जंग-ए-आजादी में अमर है नीलांबर-पीतांबर का नाम, शुरू की थी 'गुरिल्ला वार' की रणनीति


डाकघर भी पड़े हैं सूने
ऑनलाइन शॉपिंग का असर डाकघर में भी देखने को मिला. पहले लोग भारतीय डाक से ही राखी भेजते थे, लेकिन, जबसे ऑनलाइन का बोलबाला है तभी से लोग ऑनलाइन ही राखी भेज रहे हैं. भारतीय डाक अभी भी यह दावा कर रही है कि हम से बेहतर राखी की डिलीवरी सर्विस कोई नहीं दे सकता.

Intro:घाटशिला/पूर्वी सिंहभूम

त्यौहारों का मौसम है दो दिन बाद रक्षाबंधन पर्व है ।
ऐसे में ऑनलाइन खरीदारी की वजह से राखी के दुकानदार व व्यापारी काफी परेशान हैं। पिछले वर्ष भी दुकानदारों को उम्मीद थी कि काफी अच्छी बिक्री होगी
लेकिन पूर्वी सिंहभूम के ग्रामीण क्षेत्र में भी ऑनलाइन खरीददारी की क्रेज बढ़ गया है लोग अब बाजार जाने से ही चलाते हैं अब घर बैठे ही ऑनलाइन राखी की खरीदारी कर रहे हैं और ऑनलाइन से ही भाई अपनी बहन को गिफ्ट भी दे रही हैBody:परंतु ऑनलाइन राखी सस्ता मिलने के कारण लोगों को रुझान ईकॉमर्स साइट से खरीदारी की ओर अधिक रहा जिससे परंपरागत बाजार की चाल बिगड़ गई।

ऑनलाइन शॉपिंग से छोटे दुकानदारों का कारोबार प्रभावित हो रहा है। ऑनलाइन बिक्री करने वाली कंपनी ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए भारी छूट दे रही है जबकि छोटे दुकान छूट नहीं देते हैं। इस कारण लोग ऑनलाइन खरीदारी करने लग गए है। एमजॉन, फिलिपकार्ट सहित अन्य ईकॉमर्स साइटों ने न केवल उत्पादों पर भारी छूट दी है बल्कि उत्पाद की गुणवत्ता के साथ-साथ मनी बैक गारंटी भी दी जा रही है। बाजारों की भीड़भाड़ और समय की कमी के चलते लोगों का रुझान ऑनलाइन खरीदारी की ओर बढऩे लगा है। हालांकि कई मामलों में ऑनलाइन खरीददारी में फ्रॉड के केस भी सामने आए हैं परंतु जितनी अधिक संख्या में लोग ऑनलाइन शॉपिंग कर रहे हैं उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाले दिन परंपरागत दुकानदारों के लिए फीके साबित हो रहे हैं ।
Conclusion:आकर्षित करते हैं डिस्काउंट्स
इसके साथ ही उन्हें खरीद पर आकर्षक छूट भी मिलती है जबकि परंपरात दुकानदार छूट नहीं दे पाते और न ही उनके पास अधिक विकल्प होते हैं। इस कारण ग्राहकों के पास बहुत कम पसंद के विकल्प होते हैं जबकि ऑनलाइन खरीदारी करने के दौरान यह समस्या नहीं होती है। इस कारण भी लोग ऑनलाइन खरीदारी करने की ओर आकर्षित हो रहे हैं।
लेकिन कुछ लोग तो बाजार एवं दुकानों पर खरीदारी करते नजर आ रहे हैं हालांकि बाकी के दुकान अभी सुनी पड़ी हुई है दुकानदार जिसके चलते दुकानदारों को काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है

ऑनलाइन शॉपिंग का असर डाकघर में भी देखने को मिला पहले लोग भारतीय डाक से ही बहन अपने भाई को राखी भेजा कर दी थी लेकिन जबसे ऑनलाइन का बोलबाला है तो सभी लोग ऑनलाइन ही राखी भेज रहे हैं भारतीय डाक अभी भी या दावा कर रही है कि हम से बेहतर राखी की डिलीवरी इसका सर्विस नहीं दे सकता कोई प्राइवेट कंपनी भारतीय डाक सेवा में भी ऐलान किया है कि राखी के दिन भी हम घर घर जाकर राखी पहुंचाएंगे

बाईट
1- प्रीत
2- दुकानदार

रिपोर्ट
कनाई राम हेंब्रम
घाटशिला
JHC10017



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