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सरयू राय का पूर्व CM रघुवर दास पर एक और हमला, एकसाथ 26 हजार नौकरी दिए जाने पर जांच की मांग

झारखंड स्किल डेवलपमेंट मिशन सोसायटी की ओर से साल 2018 में राष्ट्रीय युवा दिवस पर करीब 26 हजार युवक-युवतियों को एकसाथ रोजगार उपलब्ध कराए जाने को लेकर इस कीर्तिमान को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज किया गया था, लेकिन अब इसे फर्जी बताते हुए जमशेदपुर पूर्वी के निर्दलीय विधायक सरयू राय ने रघुवर दास पर हेमंत सोरेन से कार्रवाई की मांग की है.

Saryu Rai another attack on former CM Raghuvar Das in jamshedpur
रघुवर दास
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Published : Feb 4, 2020, 11:35 PM IST

जमशेदपुर: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की परेशानी खत्म होते नजर नहीं आ रही है. एक बार फिर जमशेदपुर पूर्वी के निर्दलीय विधायक सरयू राय ने रघुवर दास पर हमला बोला है. सरयू राय ने सोशल मीडिया के माध्यम से साल 2018 में एक साथ एक ही दिन में 26 हजार युवक-युवतियों को नौकरी देने के मामले में कई सवाल उठाए हैं.

देखें पूरी खबर

झारखंड स्किल डेवलपमेंट मिशन सोसायटी की ओर से साल 2018 में राष्ट्रीय युवा दिवस पर करीब 26 हजार युवक-युवतियों को एकसाथ रोजगार उपलब्ध कराए जाने को लेकर इस किर्तिमान को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज किया गया था. तात्कालिक मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इसको लेकर इवेंट आयोजित करवाया था. अब सरकार बदलते ही इसको लेकर बीजेपी के विपक्षी दल हावी हो गया है. मंगलवार को जमशेदपूर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने इसको लेकर कई सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि वे इस मामले में जांच किए हैं. नौकरी के नाम पर जिनका नाम और पता दिया गया है, वह पूरी तरह से फर्जी है. इसलिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस मामले को गंभीरतापूर्वक लेते हुए जांच करवाएं.

इसे भी पढ़ें- जमशेदपुर के लोगों को 224 करोड़ रुपये खर्च कर बाढ़ से बचाएगी हेमंत सरकार, बनाया ये फुलप्रूफ प्लान

बता दें कि रघुवर सरकार ने 12 जनवरी 2018 को एकसाथ 26 हजार युवक-युवतियों को नौकरी देने का दावा किया था और उसी दावा के आधार पर झारखंड सरकार का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज किया गया था. बहरहाल, जमशेदपुर पूर्वी के निर्दलीय विधायक सरयू राय ने इस मामले में सवाल उठाते हुए रघुवर सरकार के कार्यकाल पर कई सवाल खड़े किए हैं. साथ ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से इसपर कार्रवाई की मांग की है.

जमशेदपुर: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की परेशानी खत्म होते नजर नहीं आ रही है. एक बार फिर जमशेदपुर पूर्वी के निर्दलीय विधायक सरयू राय ने रघुवर दास पर हमला बोला है. सरयू राय ने सोशल मीडिया के माध्यम से साल 2018 में एक साथ एक ही दिन में 26 हजार युवक-युवतियों को नौकरी देने के मामले में कई सवाल उठाए हैं.

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झारखंड स्किल डेवलपमेंट मिशन सोसायटी की ओर से साल 2018 में राष्ट्रीय युवा दिवस पर करीब 26 हजार युवक-युवतियों को एकसाथ रोजगार उपलब्ध कराए जाने को लेकर इस किर्तिमान को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज किया गया था. तात्कालिक मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इसको लेकर इवेंट आयोजित करवाया था. अब सरकार बदलते ही इसको लेकर बीजेपी के विपक्षी दल हावी हो गया है. मंगलवार को जमशेदपूर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने इसको लेकर कई सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि वे इस मामले में जांच किए हैं. नौकरी के नाम पर जिनका नाम और पता दिया गया है, वह पूरी तरह से फर्जी है. इसलिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस मामले को गंभीरतापूर्वक लेते हुए जांच करवाएं.

इसे भी पढ़ें- जमशेदपुर के लोगों को 224 करोड़ रुपये खर्च कर बाढ़ से बचाएगी हेमंत सरकार, बनाया ये फुलप्रूफ प्लान

बता दें कि रघुवर सरकार ने 12 जनवरी 2018 को एकसाथ 26 हजार युवक-युवतियों को नौकरी देने का दावा किया था और उसी दावा के आधार पर झारखंड सरकार का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज किया गया था. बहरहाल, जमशेदपुर पूर्वी के निर्दलीय विधायक सरयू राय ने इस मामले में सवाल उठाते हुए रघुवर सरकार के कार्यकाल पर कई सवाल खड़े किए हैं. साथ ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से इसपर कार्रवाई की मांग की है.

Intro:जमशेदपुर । पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की परेशानी खत्म होती नजर नहीं आ रही है ।एक बार फिर जमशेदपुर पूर्वी के निर्दलीय विधायक सरयू राय ने रघुवर दास पर हमला बोला है ।सरयू राय ने सोशल मीडिया के माध्यम से वर्ष 2018 में वर्तमान रघुवर सरकार के द्वारा 1 दिन में 26000 लोगों को नौकरी दिए जाने पर सवाल उठाया है ।उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि वे इस मामले में जांच की हैं नौकरी के नाम पर जिनका नाम और पता दिया गया है। वह पूरी तरह फर्जी है ।इसलिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस मामले को गंभीरतापूर्वक लेते हुए जांच करवाएं।



Body:मालूम हो कि वर्तमान रघुवर सरकार के द्वारा 12 जनवरी 2018 को 1 दिन में 26000 युवकों को नौकरी देने का दावा किया गया था और उसी दावा के आधार पर झारखंड सरकार का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज किया गया था बरहाल जमशेदपुर पूर्वी के निर्दलीय विधायक सरयू राय के द्वारा यह मामला उठाए जाने पर लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड के कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।


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