जमशेदपुर: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की परेशानी खत्म होते नजर नहीं आ रही है. एक बार फिर जमशेदपुर पूर्वी के निर्दलीय विधायक सरयू राय ने रघुवर दास पर हमला बोला है. सरयू राय ने सोशल मीडिया के माध्यम से साल 2018 में एक साथ एक ही दिन में 26 हजार युवक-युवतियों को नौकरी देने के मामले में कई सवाल उठाए हैं.
झारखंड स्किल डेवलपमेंट मिशन सोसायटी की ओर से साल 2018 में राष्ट्रीय युवा दिवस पर करीब 26 हजार युवक-युवतियों को एकसाथ रोजगार उपलब्ध कराए जाने को लेकर इस किर्तिमान को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज किया गया था. तात्कालिक मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इसको लेकर इवेंट आयोजित करवाया था. अब सरकार बदलते ही इसको लेकर बीजेपी के विपक्षी दल हावी हो गया है. मंगलवार को जमशेदपूर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने इसको लेकर कई सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि वे इस मामले में जांच किए हैं. नौकरी के नाम पर जिनका नाम और पता दिया गया है, वह पूरी तरह से फर्जी है. इसलिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस मामले को गंभीरतापूर्वक लेते हुए जांच करवाएं.
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बता दें कि रघुवर सरकार ने 12 जनवरी 2018 को एकसाथ 26 हजार युवक-युवतियों को नौकरी देने का दावा किया था और उसी दावा के आधार पर झारखंड सरकार का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज किया गया था. बहरहाल, जमशेदपुर पूर्वी के निर्दलीय विधायक सरयू राय ने इस मामले में सवाल उठाते हुए रघुवर सरकार के कार्यकाल पर कई सवाल खड़े किए हैं. साथ ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से इसपर कार्रवाई की मांग की है.