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गठबंधन से पहले ही कांग्रेस और जेएमएम के बीच दरार, घाटशिला सीट पर दोनों की दावेदारी

जमशेदपुर की घाटशिला सीट पर कांग्रेस और जेएमएम ने अपनी दावेदारी पेश की है. कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप बालमुचू और जेएमएम के अध्यक्ष रामदास सोरेन घाटशिला से चुनाव लड़ने को तैयार हैं. ऐसे में दोनों पार्टियों के बीच होने वाले गठबंधन पर दरार पड़ने की आशंका है.

गठबंधन से पहले ही कांग्रेस और जेएमएम के बीच दरार
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Published : Oct 19, 2019, 2:18 PM IST

जमशेदपुरः विधानसभा की चुनाव की तिथि की घोषणा होने में कुछ ही दिन ही रह गए हैं. सभी दलों ने अपने-अपने स्तर से तैयारियां शुरू कर दी हैं. वहीं, घाटशिला सीट को लेकर जेएमएम और कांग्रेस आमने-सामने हैं. जहां जेएमएम सीट पर इस बार जीत का दावा कर रही है, तो वहीं कांग्रेस किसी भी हालत में इस सीट को छोड़ने के मूड में नहीं है. अगर हालात यही रहे तो, दोनों पार्टियों के बीट होने वाले गठबंधन में दरार जरूर पड़ सकती है.

देखें पूरी खबर

घाटशिला विधानसभा सीट से एक बार फिर कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप बालमुचू चुनाव लड़ने के मूड में हैं. इसके लिए उन्होंने क्षेत्र में जनसंपर्क अभियान चलाना शुरु कर दिया है. उनका साफ तौर पर कहना है कि वह किसी भी हालत में इस सीट से चुनाव लड़ेंगे.

ये भी पढ़ें- रांची में 20 अक्टूबर को RJD की जन आक्रोश रैली, तेजस्वी यादव के साथ हेमंत सोरेन भी मंच करेंगे साझा

वहीं, जेएमएम के जिला अध्यक्ष रामदास सोरेन ने भी इसी सीट पर दावा ठोकते हुए यहां पर अपना चुनावी अभियान शुरू कर दिया है. उनका कहना है कि वह प्रदीप बालमुचू को हराकर इस सीट पर कब्जा किए थे. हालांकि उन्होंने कहा कि वह पिछले विधानसभा चुनाव में वर्तमान विधायक लक्ष्मण टुडू से कम ही अंतर से हारे थे, इसलिए इस सीट पर जेएमएम ही चुनाव लड़ेगी और प्रत्याशी के रूप में मैं रहूंगा.

बता दें कि, प्रदीप बालमुचू लगातार 3 बार घाटशिला विधानसभा सीट से नेतृत्व कर चुके हैं, हालांकि 2009 के विधानसभा चुनाव में प्रदीप बालमुचू को हराकर जेएमएम के रामदास सोरेन ने हरा कर इस सीट पर कब्जा किया था, लेकिन 2014 विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी लक्ष्मण टुडू ने रामदास सोरेन को हराकर इस सीट पर जीत हासिल की थी. वहीं, प्रदीप बालमुचू ने अपनी बेटी को यहां से प्रत्याशी बनाकर उतारा था, लेकिन वह 3 नंबर में थी. अब देखना है कि आने वाले विधनसभा चुनाव में अगर कांग्रेस और जेएमएम का गठबंधन होता है, तो यह सीट किसके खाते में जाती हैं.

जमशेदपुरः विधानसभा की चुनाव की तिथि की घोषणा होने में कुछ ही दिन ही रह गए हैं. सभी दलों ने अपने-अपने स्तर से तैयारियां शुरू कर दी हैं. वहीं, घाटशिला सीट को लेकर जेएमएम और कांग्रेस आमने-सामने हैं. जहां जेएमएम सीट पर इस बार जीत का दावा कर रही है, तो वहीं कांग्रेस किसी भी हालत में इस सीट को छोड़ने के मूड में नहीं है. अगर हालात यही रहे तो, दोनों पार्टियों के बीट होने वाले गठबंधन में दरार जरूर पड़ सकती है.

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घाटशिला विधानसभा सीट से एक बार फिर कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप बालमुचू चुनाव लड़ने के मूड में हैं. इसके लिए उन्होंने क्षेत्र में जनसंपर्क अभियान चलाना शुरु कर दिया है. उनका साफ तौर पर कहना है कि वह किसी भी हालत में इस सीट से चुनाव लड़ेंगे.

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वहीं, जेएमएम के जिला अध्यक्ष रामदास सोरेन ने भी इसी सीट पर दावा ठोकते हुए यहां पर अपना चुनावी अभियान शुरू कर दिया है. उनका कहना है कि वह प्रदीप बालमुचू को हराकर इस सीट पर कब्जा किए थे. हालांकि उन्होंने कहा कि वह पिछले विधानसभा चुनाव में वर्तमान विधायक लक्ष्मण टुडू से कम ही अंतर से हारे थे, इसलिए इस सीट पर जेएमएम ही चुनाव लड़ेगी और प्रत्याशी के रूप में मैं रहूंगा.

बता दें कि, प्रदीप बालमुचू लगातार 3 बार घाटशिला विधानसभा सीट से नेतृत्व कर चुके हैं, हालांकि 2009 के विधानसभा चुनाव में प्रदीप बालमुचू को हराकर जेएमएम के रामदास सोरेन ने हरा कर इस सीट पर कब्जा किया था, लेकिन 2014 विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी लक्ष्मण टुडू ने रामदास सोरेन को हराकर इस सीट पर जीत हासिल की थी. वहीं, प्रदीप बालमुचू ने अपनी बेटी को यहां से प्रत्याशी बनाकर उतारा था, लेकिन वह 3 नंबर में थी. अब देखना है कि आने वाले विधनसभा चुनाव में अगर कांग्रेस और जेएमएम का गठबंधन होता है, तो यह सीट किसके खाते में जाती हैं.

Intro: जमशेदपुर के घाटशिला सीट को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस आमने-सामने हो गए हैं ।जहां झारखंड मुक्ति मोर्चा इस सीट पर दावा कर रहा है। वहीं कांग्रेस किसी भी हालत में इस सीट को छोड़ने के मूड में नहीं है ।हालांकि विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा में अभी तक गठबंधन नहीं हुआ है। लेकिन विधानसभा में दोनों दलों के बीच हुए गठबंधन पर इस बार चुनाव होता है तो घाटशिला सीट टिकट के बंटवारे को लेकर जरूर चर्चा में रह सकती है। इस मामले को लेकर देखे जमशेदपुर से रवि झा की विशेष रिपोर्ट


Body:वी ओ । झारखंड विधानसभा की चुनाव की तिथि की घोषणा होने में कुछ ही दिन शेष रह गए हैं ।सभी दलों ने अपने-अपने स्तर से तैयारियां शुरू कर दी है ।उसी क्रम में घाटशिला विधानसभा सीट से एक बार फिर कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप बालमूचू चुनाव लड़ने के मूड में है ।इसके लिए उन्होंने क्षेत्र में जनसंपर्क अभियान चलाना शुरु कर दिया है ।उनका साफ तौर पर कहना है कि वह किसी भी हालत में इस सीट में चुनाव लड़ेंगे क्योंकि इस क्षेत्र के विधायक रह चुके हैं।
बाईट - प्रदीप बालमूचू,पूर्व प्रदेश अध्यक्ष,कांग्रेस
वी ओ 2 - वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिला अध्यक्ष रामदास सोरेन ने भी इसी सीट पर दावा ठोकते हुए यहां पर अपनी चुनावी अभियान शुरू कर दी है ।उनका कहना है कि वह प्रदीप बालमूचू को हराकर इस सीट पर कब्जा किए थे ।हालांकि उन्होंने कहा कि वह पिछले विधानसभा चुनाव में वर्तमान विधायक लक्ष्मण टुडू से कम ही अंतर से हारे थे। इसलिए इस सीट पर झारखंड मुक्ति मोर्चा की चुनाव लड़ेगा और प्रत्याशी के रूप में मैं रहूंगा और उनका दावा है कि वे इस सीट में जीतेंगे भी।
बाईट -रामदास सोरेन,जिला अध्यक्ष, झारखंड मुक्ति मोर्चा


Conclusion:वी ओ फाइनल - मालूम हो कि प्रदीप बालमूचू लगातार तीन बार घाटशिला विधानसभा सीट से नेतृत्व कर चुके हैं। ।हालांकि 2009 में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में प्रदीप बालमूचू को हराकर झारखंड मुक्ति मोर्चा के रामदास सोरेन ने हरा कर इस सीट पर कब्जा किया था।। लेकिन 2014 विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी लक्ष्मण टुडू ने रामदास सोरेन को हराकर इस सीट पर जीत हासिल की थी। हालांकि प्रदीप बालमूचू ने अपनी बेटी को यहां से प्रत्याशी बनाकर उतारा था। लेकिन वह तीसरे नंबर में थी।अब देखना है कि आने वाले विधनसभा चुनाव में अगर कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा का गठबंधन होता है।तो यह सीट किसके खाते में जाती हैं । लेकिन इतना तय है कि सीट किसी की भी खाते में जाए ।लेकिन कांग्रेस के प्रदीप बालमूचू और झारखंड मुक्ति मोर्चा के रामदास सोरेन दोनों इस सीट पर चुनाव लड़ने को लेकर अड़े हुए हैं ।अगर दोनों इस सीट पर चुनाव लड़ते हैं तो आसान नहीं होगा विपक्षी दलों को भाजपा के हाथों से इस सीट को अपने पाले में डालना।
रवि झा ,ई टी वी ,भारत,जमशेदपुर
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