जमशेदपुरः टाटा स्टील जमशेदपुर की ओर से संचालित टाटा जूलोजिकल पार्क का पर्यटक अब नए अंदाज में आंनद ले सकेंगे. टाटा स्टील ने इसके लिए मास्टर प्लान तैयार किया है. टाटा जूलोजिकल पार्क के निदेशक ने बताया कि 5 वर्षों में मास्टर प्लान धरातल पर दिखने लगेगा. निदेशक ने बताया कि 2022 से मरीन ड्राइव के रास्ते पर्यटक जू में प्रवेश कर सकेंगे. फिलहाल डेढ़ हजार पर्यटक रोजाना जू आ रहे हैं.
ये भी पढ़ें-जयनगर प्रखंड का पंचायत सेवक घूस लेते गिरफ्तार, मनरेगा से चबूतरा निर्माण की स्वीकृति देने के लिए ले रहा था रिश्वत
बता दें कि जमशेदपुर के बिष्टुपर क्षेत्र में स्थित टाटा स्टील के टाटा जूलोजिकल पार्क को नए अंदाज में व्यवस्थित किया जा रहा है. टाटा स्टील ने इसके लिए 5 साल का मास्टर प्लान तैयार किया है जिसके तहत जू में कई बदलाव किए जाएंगे.
टाटा जूलोजिकल पार्क में चार सौ से ज्यादा जानवर
आपको बता दें कि टाटा स्टील की ओर से 3 मार्च 1994 को टाटा जूलोजिकल पार्क की शुरुआत की गई थी. 25 हेक्टेयर क्षेत्र में बने टाटा जूलोजिकल पार्क में 4 सौ से ज्यादा जानवर हैं.
निजी सेक्टर का टाटा जूलोजिकल पार्क, सेंट्रल जू ऑथिरिटी ऑफ इंडिया के दिशा निर्देश का पालन करती है. जुबली पार्क के अंदर प्रवेश करने के बाद टाटा जू में जाने की व्यवस्था की गई है लेकिन अब इसमें बदलाव किया जा रहा है.
रोजाना डेढ़ हजार पर्यटक आ रहे जू
वर्तमान में प्रतिदिन 15 सौ से ज्यादा पर्यटक प्रतिदिन जू देखने आते हैं. जू में आने वाले पर्यटकों को कोविड गाइडलाइन का पालन करना पड़ता है. टाटा जूलोजिकल पार्क के निदेशक विपुल चक्रवर्ती ने बताया कि पर्यटक टाटा जू में अब मरीन ड्राइव के रास्ते प्रवेश कर सकेंगे, जिसके लिए काम किया जा रहा है 2022 तक जू का नया प्रवेश द्वार पर्यटकों के लिए खोल दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि जू में काफी बदलाव लिए जाएंगे, जिसके लिए टाटा स्टील ने मास्टर प्लान बनाया है जो 5 वर्षों में 2027 तक पूरा होगा.
जू में आएंगे और मेहमान
इसके तहत अलग-अलग प्रजाति के जानवरों को अलग अलग जोन में रखने की व्यवस्था की जा रही है. पर्यटकों को नई सुविधा देने के लिए योजना बनाई गई है. सेंट्रल जू ऑथिरिटी ऑफ इंडिया ने इसके लिए सहमति दे दी है. निदेशक ने जानकारी दिया है कि आगामी दिनों में और भी नई प्रजाति के जानवरों को यहां लाया जाएगा.