जमशेदपुरः झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार अपना दूसरा बजट 3 मार्च को पेश करने वाली है. इसको लेकर सरकार की ओर से तैयारियां शुरू हो गई है. वहीं बजट को लेकर प्रदेश के सभी वर्गों के लोगों को सरकार से काफी उम्मीद है. जमशेदपुर के कलाकारों ने कहा कि बजट में कलाकारों के लिए नीति बननी चाहिये.
यह भी पढ़ेंःजमशेदपुरः नहीं सुलझ पाई छात्र शाश्वत की मौत की गुत्थी, एक साल पहले संदिग्ध स्थिति में हुई थी मौत
जमशेदपुर के सेल्यूलाईड चैप्टर से जुड़े अमिताभ घोष बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बजट मे कलाकारों को भी जगह मिलनी चाहिये. उन्होंने बताया कि अमूमन झारखंड में कोई भी बड़ा कार्यक्रम का आयोजन होता है, तो मुबई के कलाकारों को बुलाया जाता है. यह गलत है. सरकार को ऐसा प्रावधान करना चाहिये कि मुंबई के कलाकारों की जगह झारखंड के कलाकारों को मिले. इससे स्थानीय कलाकारों को रोजगार मिलेगा. वहीं झारखंड में टूरिस्ट स्थानों को चयन कर उसके लिये अलग पैकेज की घोषणा करनी चाहिये. इन चयनित जगहों पर स्थानीय कलाकारों को मंनोरजन की जिम्मेदारी देनी चाहिये.
कलाधाम के निदेशक गौतम गोप ने बताया कि राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपना दूसरा बजट पेश करेगी. उन्होंने बताया कि अभी तक राज्य में कलाकारों के लिए कोई नीति नहीं बनी हैं. इसलिए राज्य के मुख्यमंत्री से निवेदन है कि इस बार के बजट में कलाकारों के लिये कला नीति बनाई जाये, ताकि कलाकार आत्मबल से मजबूत हो सकें.
गीतकार सत्येंद्र सिंह तोमर का मानना है कि राज्य सरकार को कलाकारों के लिये बजट में अलग से कुछ व्यवस्था करनी चाहिये, ताकि आर्थिक रूप से कलाकार मजबूत हो सकें. उन्होंने बताया कि झारखंड में भी एक से बढकर एक कलाकार हैं, जो देश-दुनिया में अपनी कला का प्रदर्शन कर चुके हैं. लेकिन, झारखंड में ऐसे कलाकारों को मंच नहीं मिलता है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से आग्रह है कि वे इस बार कलाकारों के लिए कुछ जरूर सोचें.
यह भी पढ़ेंःस्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव पहुंचे जमशेदपुर, सदर अस्पताल में की व्यवस्था की जांच
कलाकार निजाम का कहना है कि कलाकारों के लिये यह बजट अच्छा होना चाहिये. कला के क्षेत्र में रोजगार नहीं होने की वजह से कई कलाकारों ने अपनी कलाकारी छोड़ दी है. सरकार को कलाकारों के लिये रोजगार की विशेष व्यवस्था करनी चाहिये. पिछली सरकार ने कलाकारों के लिये शनि उत्सव की व्यवस्था की थी. हेमंत सोरेन सरकार को भी इसी प्रकार की व्यवस्था करनी चाहिये.
महिला कलाकार छवि दास का कहना है कि सरकार हर क्षेत्र के लोगों के लिये योजना बनाती है. लेकिन, कलाकारों के लिये कोई योजना नहीं बनती. इसलिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से अनुरोध है कि इस बजट में कलाकारों के लिये भी कोई योजना लाये, ताकि कलाकार भी सम्मान से जी सकें.