जमशेदपुर: केंद्र सरकार की चिकित्सा नीति में बदलाव किए जाने के बाद आईएमए की घोषणा पर देशव्यापी डॉक्टरों का हड़ताल रहा. इस दौरान जमशेदपुर के सभी सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों में ओपीडी सेवाएं पूरी तरह से बंद रही.
झासा ने दिया समर्थन
केंद्र सरकार की ओर से चिकित्सा पद्धति को एमसीआई से हटाकर नीति आयोग के अधीन कर दिया गया है, जिसके तहत मिक्सोपैथी नियम लागू किया गया है, जिसका आईएमए विरोध कर रही है. आईएमए की इस बंदी को झासा ने भी समर्थन दिया है. जमशेदपुर के खासमहल स्थित सदर अस्पताल में दूर दराज से ग्रमीण इलाज कराने आते है. लेकिन आईएमए की बंदी की घोषणा के कारण अस्पताल के ओपीडी में सन्नाटा पसरा रहा.
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आईएमए की बंदी सफल
आईएमए के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ.ए के लाल ने बताया है कि आईएमए की बंदी सफल रही है. सभी अस्पताल में समर्थन में ओपीडी सेवाएं बंद की, जो शाम 6 बजे तक जारी रहेगा.
मरीजों को परेशानी
आईएमए के प्रदेश उपाध्यक्ष ने बताया कि मरीजों को थोड़ी परेशानी हुई है. लेकिन उनके ही फायदे के लिए बंदी का आह्वान किया गया है. आयुष के डॉक्टरों को प्रैक्टिकल प्रशिक्षण होने के बाद इस नियम को सरकार की ओर से लागू करना चाहिए, जिससे मरीजों को कोई परेशानी न हो. लेकिन सरकार अगर इस मामले में संज्ञान नहीं लेती है, तो सभी चिकित्सा संगठन मिलकर आगे कठोर रणनीति तय करेंगे.