जमशेदपुर: जिला व्यवहार न्यायालय जमशेदपुर परिसर में जिला बार एसोसिएशन के तत्वावधान में छबील लगाई गई और पांचवें गुरु अर्जुन देव को श्रद्धा-सुमन अर्पित की गई. इस दौरान हयूम पाइप गुरद्वारा के बाबा हरजिंदर सिंह ने सभी की भलाई के लिए अरदास किया. इस मौके पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनिल कुमार मिश्रा, समस्त न्यायिक पदाधिकारियों, वकीलों और आम लोगों ने बड़े ही श्रद्धा के साथ चना, हलवा और शरबत का प्रसाद ग्रहण किया.
सिखों के महान गुरुओं के बलिदान को भुला पाना मुश्किलः इस मौके पर न्यायाधीश अनिल कुमार मिश्रा ने कहा कि इस तरह के आयोजनों से देश की विविधता से अवगत होते हैं और राष्ट्रीय एकता और राष्ट्रवाद की भावना मजबूत होती है. एसोसिएशन स्टेरिंग कमेटी के संयोजक मंडली सदस्य लाला अजीत कुमार अम्बष्ठ के अनुसार सिखों के महान गुरुओं ने अपने जीवन आचरण, सिद्धांत, जीवन मूल्य से कई आदर्श गढ़े हैं और अपने बलिदान की बदौलत देश के इतिहास को बदल कर रख दिया. जिससे आज हम आधुनिक और मजबूत भारत देख पा रहे हैं.
गुरुओं के बलिदान से हमें प्रेरणा लेने की है जरूरतः अधिवक्ता अमरजीत कौर विश्वास और अधिवक्ता मलकीत सिंह सैनी ने कहा कि गुरुओं के बलिदान से देश और नई पीढ़ी को अवगत कराना है, ताकि हम प्रेरणा लेकर देश की मजबूती में अपना योगदान दे सकें. अधिवक्ता कुलविंदर सिंह ने कहा कि अमीर खुसरो को संरक्षण देने के आरोप में मुगल बादशाह जहांगीर ने उन्हें यशा कानून के तहत शहीद करने का हुक्म दिया था. जिसके तहत उन्हें गर्म पानी में उबाला गया, उनके शरीर पर गर्म रेत डाली गई और उन्हें गर्म तवा पर बैठाया गया. श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के संपादन से उस समय के रूढ़िवादी मौलवी और पंडित आक्रोशित थे और भाई पृथी चंद ने साजिश रचकर गुरुजी को सजा दिलवा दी थी.
मौके पर ये थे मौजूदः अधिवक्ता हरजीत सिंह, अधिवक्ता नरेंद्र सिंह, अधिवक्ता जेके राजू , अधिवक्ता राजीव सिंह सैनी, अधिवक्ता नंद किशोर राय, अधिवक्ता कमलजीत सिंह, अधिवक्ता एनके मिश्रा, अधिवक्ता बोलाई पंडा, बार एसोसिएशन के रिसीवर मनोरंजन दास, अधिवक्ता सुधीर कुमार पप्पू ,अधिवक्ता विजेंद्र सिंह, अधिवक्ता भवेश कुमार, अधिवक्ता मानिक सरकार, हरदीप सिंह सिद्धू, जसवीर सिंह आदि मौजूद थे.