ETV Bharat / state

Jamshedpur News: गुरु अर्जुन देव का शहीदी दिवस पर व्यवहार न्यायालय परिसर में लगाई गई छबील, जिला जज ने कहा- गुरु के आदर्शों को आत्मसात करें - संयोजक मंडली सदस्य लाला अजीत कुमार अम्बष्ठ

जमशेदपुर के व्यवहार न्यायालय परिसर में गुरु अर्जुन देव का शहीदी दिवस मनाया गया. इस मौके पर छबील लगाई गई. जिसमें जिला जज समेत कई न्यायिक पदाधिकारी और अधिवक्ता शामिल हुए. इस दौरान सभी ने गुरु अर्जुन देव के आदर्शों को आत्मसात करने की अपील की.

http://10.10.50.75//jharkhand/23-May-2023/jh-eas-02-chabili-vitran-rc-jh100004_23052023131959_2305f_1684828199_1081.jpg
Chabeel Installed In Court Premises Of Jamshedpur
author img

By

Published : May 23, 2023, 2:22 PM IST

जमशेदपुर: जिला व्यवहार न्यायालय जमशेदपुर परिसर में जिला बार एसोसिएशन के तत्वावधान में छबील लगाई गई और पांचवें गुरु अर्जुन देव को श्रद्धा-सुमन अर्पित की गई. इस दौरान हयूम पाइप गुरद्वारा के बाबा हरजिंदर सिंह ने सभी की भलाई के लिए अरदास किया. इस मौके पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनिल कुमार मिश्रा, समस्त न्यायिक पदाधिकारियों, वकीलों और आम लोगों ने बड़े ही श्रद्धा के साथ चना, हलवा और शरबत का प्रसाद ग्रहण किया.

ये भी पढ़ें-मोदी समाज के राष्ट्रीय सम्मेलन में शामिल हुए पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, कहा- प्रधानमंत्री ने आदिवासी समाज को नेतृत्व दिया

सिखों के महान गुरुओं के बलिदान को भुला पाना मुश्किलः इस मौके पर न्यायाधीश अनिल कुमार मिश्रा ने कहा कि इस तरह के आयोजनों से देश की विविधता से अवगत होते हैं और राष्ट्रीय एकता और राष्ट्रवाद की भावना मजबूत होती है. एसोसिएशन स्टेरिंग कमेटी के संयोजक मंडली सदस्य लाला अजीत कुमार अम्बष्ठ के अनुसार सिखों के महान गुरुओं ने अपने जीवन आचरण, सिद्धांत, जीवन मूल्य से कई आदर्श गढ़े हैं और अपने बलिदान की बदौलत देश के इतिहास को बदल कर रख दिया. जिससे आज हम आधुनिक और मजबूत भारत देख पा रहे हैं.

गुरुओं के बलिदान से हमें प्रेरणा लेने की है जरूरतः अधिवक्ता अमरजीत कौर विश्वास और अधिवक्ता मलकीत सिंह सैनी ने कहा कि गुरुओं के बलिदान से देश और नई पीढ़ी को अवगत कराना है, ताकि हम प्रेरणा लेकर देश की मजबूती में अपना योगदान दे सकें. अधिवक्ता कुलविंदर सिंह ने कहा कि अमीर खुसरो को संरक्षण देने के आरोप में मुगल बादशाह जहांगीर ने उन्हें यशा कानून के तहत शहीद करने का हुक्म दिया था. जिसके तहत उन्हें गर्म पानी में उबाला गया, उनके शरीर पर गर्म रेत डाली गई और उन्हें गर्म तवा पर बैठाया गया. श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के संपादन से उस समय के रूढ़िवादी मौलवी और पंडित आक्रोशित थे और भाई पृथी चंद ने साजिश रचकर गुरुजी को सजा दिलवा दी थी.

मौके पर ये थे मौजूदः अधिवक्ता हरजीत सिंह, अधिवक्ता नरेंद्र सिंह, अधिवक्ता जेके राजू , अधिवक्ता राजीव सिंह सैनी, अधिवक्ता नंद किशोर राय, अधिवक्ता कमलजीत सिंह, अधिवक्ता एनके मिश्रा, अधिवक्ता बोलाई पंडा, बार एसोसिएशन के रिसीवर मनोरंजन दास, अधिवक्ता सुधीर कुमार पप्पू ,अधिवक्ता विजेंद्र सिंह, अधिवक्ता भवेश कुमार, अधिवक्ता मानिक सरकार, हरदीप सिंह सिद्धू, जसवीर सिंह आदि मौजूद थे.

जमशेदपुर: जिला व्यवहार न्यायालय जमशेदपुर परिसर में जिला बार एसोसिएशन के तत्वावधान में छबील लगाई गई और पांचवें गुरु अर्जुन देव को श्रद्धा-सुमन अर्पित की गई. इस दौरान हयूम पाइप गुरद्वारा के बाबा हरजिंदर सिंह ने सभी की भलाई के लिए अरदास किया. इस मौके पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनिल कुमार मिश्रा, समस्त न्यायिक पदाधिकारियों, वकीलों और आम लोगों ने बड़े ही श्रद्धा के साथ चना, हलवा और शरबत का प्रसाद ग्रहण किया.

ये भी पढ़ें-मोदी समाज के राष्ट्रीय सम्मेलन में शामिल हुए पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, कहा- प्रधानमंत्री ने आदिवासी समाज को नेतृत्व दिया

सिखों के महान गुरुओं के बलिदान को भुला पाना मुश्किलः इस मौके पर न्यायाधीश अनिल कुमार मिश्रा ने कहा कि इस तरह के आयोजनों से देश की विविधता से अवगत होते हैं और राष्ट्रीय एकता और राष्ट्रवाद की भावना मजबूत होती है. एसोसिएशन स्टेरिंग कमेटी के संयोजक मंडली सदस्य लाला अजीत कुमार अम्बष्ठ के अनुसार सिखों के महान गुरुओं ने अपने जीवन आचरण, सिद्धांत, जीवन मूल्य से कई आदर्श गढ़े हैं और अपने बलिदान की बदौलत देश के इतिहास को बदल कर रख दिया. जिससे आज हम आधुनिक और मजबूत भारत देख पा रहे हैं.

गुरुओं के बलिदान से हमें प्रेरणा लेने की है जरूरतः अधिवक्ता अमरजीत कौर विश्वास और अधिवक्ता मलकीत सिंह सैनी ने कहा कि गुरुओं के बलिदान से देश और नई पीढ़ी को अवगत कराना है, ताकि हम प्रेरणा लेकर देश की मजबूती में अपना योगदान दे सकें. अधिवक्ता कुलविंदर सिंह ने कहा कि अमीर खुसरो को संरक्षण देने के आरोप में मुगल बादशाह जहांगीर ने उन्हें यशा कानून के तहत शहीद करने का हुक्म दिया था. जिसके तहत उन्हें गर्म पानी में उबाला गया, उनके शरीर पर गर्म रेत डाली गई और उन्हें गर्म तवा पर बैठाया गया. श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के संपादन से उस समय के रूढ़िवादी मौलवी और पंडित आक्रोशित थे और भाई पृथी चंद ने साजिश रचकर गुरुजी को सजा दिलवा दी थी.

मौके पर ये थे मौजूदः अधिवक्ता हरजीत सिंह, अधिवक्ता नरेंद्र सिंह, अधिवक्ता जेके राजू , अधिवक्ता राजीव सिंह सैनी, अधिवक्ता नंद किशोर राय, अधिवक्ता कमलजीत सिंह, अधिवक्ता एनके मिश्रा, अधिवक्ता बोलाई पंडा, बार एसोसिएशन के रिसीवर मनोरंजन दास, अधिवक्ता सुधीर कुमार पप्पू ,अधिवक्ता विजेंद्र सिंह, अधिवक्ता भवेश कुमार, अधिवक्ता मानिक सरकार, हरदीप सिंह सिद्धू, जसवीर सिंह आदि मौजूद थे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.