जमशेदपुरः क्रिसमस को लेकर जमशेदपुर का बाजार पूरी तरह सज चुका है लेकिन कोरोना के कारण बाजार पर असर देखने को मिल रहा है. दुकानदारों ने इस साल चीन निर्मित गिफ्ट आइटम को नहीं मंगाया है.
दुकानदारों का कहना है कि अब भारतीय उत्पादों से बाजार में क्रिसमस की रौनक बढ़ेगी. क्रिसमस मनाने वालों कहना है कोरोना काल में सादगी से क्रिसमस मनाना है.
प्रभु यीशु के संदेश का पालन करना है समाज में शांति और प्रेम बढ़ाना है. जमशेदपुर में क्रिसमस की तैयारी हो चुकी हैं. बाजारों में क्रिसमस ट्री और आकर्षक गिफ्ट सज गया है.
साल का सबसे बड़ा दिन 25 दिसम्बर के खास मायने है इस दिन ईसाई धर्मावलंबियों के मसीहा प्रभु यीशु का जन्म हुआ था जिसे लेकर चर्च और घरों में सजावट की जाती है.
इधर बाजार में क्रिसमस की खरीददारी पर असर देखने को मिला है. कोरोना के कारण बाजार मंदा है जबकि दुकानों में मिलने वाले आकर्षक गिफ्ट भी कम रेंज में नजर आई है कारण है कि दुकानदारों ने चीन निर्मित गिफ्ट आइटम का इस साल ऑर्डर नही दिया है, जो पुराने स्टॉक थे उसके अलावा इंडियन मेड गिफ्ट आइटम और सजावट के सामान की खरीददारी की जा रही है.
दुकानों में आकर्षक गिफ्ट सजाए गए है. जिंगल बेल क्रिसमस ट्री चॉकलेट छोटे-छोटे खिलौने सांता क्लॉज के मुखौटे और अन्य आकर्षक गिफ्ट 99 रुपये से लेकर 7 हजार तक के मूल्य में उपलब्ध है.
दुकानदार बताते हैं कि इस साल कोरोना और सरकारी गाइड लाइन के कारण बाजार मंदा है लोग भीड़ से बचने के लिए दुकान नहीं आना चाह रहे है जिसे देखते हुए व्हाट्सप के जरिये गिफ्ट का इमेज भेज कर ग्राहक पसंद कर रहे हैं और उसकी होम डिलीवरी की जा रही है.
दुकानदार ने बताया है कि इस साल चीन से गिफ्ट और सजावट के सामान नहीं मंगाया गया है. पूरा भरोसा है कि आने वाले साल में क्रिसमस में भारतीय उत्पाद बाज़ार में उपलब्ध रहेगा .
दुकानों में पिछले वर्ष की अपेक्षा ग्राहकों की भीड़ कम रही. वहीं शांति और प्रेम का संदेश देने वाले इस पर्व को ईसाई धर्मावलंबियों के अलावा आम जनता भी मनाती है.
कॉलेज की छात्रा ममता बताती है कि कोरोना के कारण कोई खास तैयारी नहीं की गई है लेकिन इस पर्व के संदेश को समाज मे फैलाने की जरूरत है.
आज धर्म के नाम पर अशांति फैलाने वालों को प्रेम और शांति का संदेश देने की जरूरत है. 24-25 दिसम्बर की रात सांता क्लॉज आते हैं और ढेर सारा तोहफा देकर जाते है और इसे लेकर बच्चे तैयारी भी करते है.
बाजार में बच्चों की पहली पसंद सांता क्लॉज की लाल टोपी है जिसकी खरीदारी की गई है. निकिता बताती है कि किसी भी पर्व को उत्साह के साथ मनाना चाहिए और 25 दिसम्बर के दिन घर मे गैदरिंग कर एन्जॉय करने की तैयारी है.
निकिता प्रीति बताती है कि इस दिन का इंतज़ार रहता है कोरोना काल के वर्तमान हालात में आज प्रभु यीशु के संदेश को समाज मे अनुसरण करने की जरूरत है.
कोरोना के कारण चर्च में गैदरिंग के लिये रोक लगाए जाने के कारण चर्च में प्रार्थना कर अपने परिवार के साथ क्रिसमस मनाएगी.
बहरहाल जमशेदपुर में क्रिसमस में गिफ्ट और सजावट के आइटम का बाजार 30 लाख के करीब होता है जिसमे सारे आइटम चीन निर्मित हुआ करते है लेकिन इस साल बाज़ार में चीन निर्मित गिफ्ट और सजावट के आइटम की कमी रही है साथ ही कोरोना के कारण भी बाजार मंदा है.
बाजार में क्रिसमस के लिए इंडियन मेड उत्पाद का दुकानदारों को इंतजार है, जिससे क्रिसमस पर मनपसंद आकर्षक गिफ्ट और सजावट के सामान आम जनता को मिल सके जिससे हर घर में मेक इन इंडिया के साथ क्रिसमस मनाया जा सके.
क्रिसमस के सामान आइटम मूल्य
क्रिसमस ट्री ग्रीन 100 से 7 हजार तक
क्रिसमस ट्री सफेद 200 से 7500तक
जिंगल बेल 30 रुपये से 3 हजार तक
कैंडल 50 रुपये से 500 रुपये तक
स्टार 60 रुपये से 300 तक
गिफ्ट पैक 150 रुपये से 2 हजार तक
लाल टोपी 20 रुपये से 200 रुपये तक
मुखौटा 50 रुपये से 150 रुपये तक