चाईबासा: एक तरफ लॉकडाउन की वजह से लोगों को रोजगार नहीं मिल रहा है. दूसरी तरफ मनरेगा में कार्यरत मजदूरों को मजदूरी नहीं दी जा रही है. इससे मजदूरों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. दो माह से मनरेगा मजदूरों को मजदूरी नहीं मिली है. पश्चिम सिंहभूम जिले के हर प्रखंड में 60 से 70 लाख रुपए मजदूरों का बकाया है. पूरे जिला का करीब 9 करोड़ रुपए का बकाया है.
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इसको लेकर सांसद गीता कोड़ा ने ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को पत्र लिखकर मनरेगा मजदूरों की बकाया मजदूरी के भुगतान के लिए जल्द पहल करने की बात कही है. पत्र में सांसद गीता कोड़ा ने कहा कि वर्तमान में कोविड महामारी के वक्त ग्रामीणों के पास रोजगार का कोई साधन नहीं है. ऐसे में मनरेगा ही आम व्यक्तियों के लिए रोजगार के रुप में सहारा है. लेकिन मनरेगा मजदूरों को पिछले कई महीनों से मजदूरी का भुगतान नहीं हो पाया है. ऐसे में मजदूरों के सामने आर्थिक संकट आ गया है.