ETV Bharat / state

मंत्री सरयू राय ने कहा- नहीं जतायी आपत्ति, दूसरे नारे के इस्तेमाल का दिया है सुझाव

मंत्री सरयू राय ने 'घर-घर रघुवर' के बदले 'घर-घर भाजपा, घर-घर कमल, बाद में मैं, पहले दल' के नारे को चुनावी अभियान में इस्तेमाल करने का सुझाव दिया है. उन्होंने स्पष्ट किया है कि उन्हें नारे पर कोई आपत्ति नहीं, बल्कि उन्होंने दूसरे नारे के इस्तेमाल का सुझाव दिया.

मंत्री सरयू राय
author img

By

Published : Sep 9, 2019, 8:21 AM IST

जमशेदपुर: झारखंड चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, वैसै-वैसे छोटी-मोटी बातों को लेकर नेताओं के बीच दरार नजर आने लगा है. बीजेपी में भी विवाद को लेकर मामला सामने आया है. दरअसल, भाजपा प्रदेश कमेटी ने चुनावी जनसंपर्क अभियान के लिए 'घर-घर रघुवर' का नारा दिया है, जिसपर मंत्री सरयू राय ने आपत्ति जतायी थी.

देखें पूरी खबर


क्या है विवाद
सरयू राय ने 'घर-घर रघुवर' के नारे पर अपनी आपत्ति जताते हुए पार्टी को एक नए नारे का सुझाव दिया है. उन्होंने पार्टी से 'घर-घर भाजपा, घर-घर कमल, बाद में मैं, पहले दल' के नारे के चयन का सुझाव दिया है. इसे लेकर उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा से बात भी की है. हालांकि पार्टी की ओर से इस मामले में अभी तक कोई कदम नहीं उठाए गए हैं, लेकिन रविवार को मंत्री सरयू राय ने अपने विधानसभा क्षेत्र बिष्टुपुर मंडल के प्रवास कार्यक्रम में 'घर-घर रघुवर' के नारे वाले बैनर की जगह 'घर-घर भाजपा, घर घर कमल, बाद में मैं, पहले दल' के नारे वाले बैनर लगा लिया. इसके बाद राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा हावी है कि मंत्री सरयू राय और मुख्यमंत्री रघुवर दास के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है.

यह भी पढ़ें- विपक्ष महागठबंधन बनाकर विधानसभा चुनाव लड़ेगा तो बीजेपी को होगा फायदा: सरयू राय


लक्ष्मण गिलुवा ने इस नारे का लिया था निर्णय
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने 'घर-घर रघुवर' नारे के साथ 9 सितंबर से जनसंपर्क अभियान चलाने का निर्णय लिया था. इसी नारे के साथ बीजेपी प्रदेश कमेटी ने कई कार्यक्रम की भी घोषणा की है.

यह भी पढ़ें- विधानसभा चुनाव 2019: जमशेदपुर पश्चिमी सीट से भाजपा विधायक सरयू राय का रिपोर्ट कार्ड


क्या कह रहे हैं सरयू राय
इस पूरे मामले पर मंत्री सरयू राय का कहना है कि उन्होंने किसी नारे को लेकर कोई आपत्ति नहीं जताई है, बल्कि दूसरे नारे के इस्तेमाल का सुझाव दिया है. उनका कहना है कि कार्यकर्ता जो चाहे उस नारे का इस्तेमाल जनसंपर्क अभियान के दौरान कर सकते हैं. वो 'घर-घर रघुवर' या 'घर-घर भाजपा, घर घर कमल, बाद में मैं, पहले दल' के नारे से भी जनता तक पहुंच सकते हैं. दूसरे नारे को लेकर कोई मतभेद या मनभेद वाली बात नहीं है.

जमशेदपुर: झारखंड चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, वैसै-वैसे छोटी-मोटी बातों को लेकर नेताओं के बीच दरार नजर आने लगा है. बीजेपी में भी विवाद को लेकर मामला सामने आया है. दरअसल, भाजपा प्रदेश कमेटी ने चुनावी जनसंपर्क अभियान के लिए 'घर-घर रघुवर' का नारा दिया है, जिसपर मंत्री सरयू राय ने आपत्ति जतायी थी.

देखें पूरी खबर


क्या है विवाद
सरयू राय ने 'घर-घर रघुवर' के नारे पर अपनी आपत्ति जताते हुए पार्टी को एक नए नारे का सुझाव दिया है. उन्होंने पार्टी से 'घर-घर भाजपा, घर-घर कमल, बाद में मैं, पहले दल' के नारे के चयन का सुझाव दिया है. इसे लेकर उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा से बात भी की है. हालांकि पार्टी की ओर से इस मामले में अभी तक कोई कदम नहीं उठाए गए हैं, लेकिन रविवार को मंत्री सरयू राय ने अपने विधानसभा क्षेत्र बिष्टुपुर मंडल के प्रवास कार्यक्रम में 'घर-घर रघुवर' के नारे वाले बैनर की जगह 'घर-घर भाजपा, घर घर कमल, बाद में मैं, पहले दल' के नारे वाले बैनर लगा लिया. इसके बाद राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा हावी है कि मंत्री सरयू राय और मुख्यमंत्री रघुवर दास के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है.

यह भी पढ़ें- विपक्ष महागठबंधन बनाकर विधानसभा चुनाव लड़ेगा तो बीजेपी को होगा फायदा: सरयू राय


लक्ष्मण गिलुवा ने इस नारे का लिया था निर्णय
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने 'घर-घर रघुवर' नारे के साथ 9 सितंबर से जनसंपर्क अभियान चलाने का निर्णय लिया था. इसी नारे के साथ बीजेपी प्रदेश कमेटी ने कई कार्यक्रम की भी घोषणा की है.

यह भी पढ़ें- विधानसभा चुनाव 2019: जमशेदपुर पश्चिमी सीट से भाजपा विधायक सरयू राय का रिपोर्ट कार्ड


क्या कह रहे हैं सरयू राय
इस पूरे मामले पर मंत्री सरयू राय का कहना है कि उन्होंने किसी नारे को लेकर कोई आपत्ति नहीं जताई है, बल्कि दूसरे नारे के इस्तेमाल का सुझाव दिया है. उनका कहना है कि कार्यकर्ता जो चाहे उस नारे का इस्तेमाल जनसंपर्क अभियान के दौरान कर सकते हैं. वो 'घर-घर रघुवर' या 'घर-घर भाजपा, घर घर कमल, बाद में मैं, पहले दल' के नारे से भी जनता तक पहुंच सकते हैं. दूसरे नारे को लेकर कोई मतभेद या मनभेद वाली बात नहीं है.

Intro:जमशेदपुर । भाजपा प्रदेश कमेटी द्वारा चुनावी जनसंपर्क अभियान के लिए दिया गया नारा घर-घर में रघुवर इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है ।क्योंकि इसी नारे पर पिछले दिनों मंत्री सरयू राय ने आपत्ति जताते हुए ट्वीट किया था। बल्कि एक नए नारे का भी उन्होंने सुझाव दिया है ।यही नहीं इसको लेकर प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा से फोन पर अपनी बात भी रखी थी । लेकिन पार्टी की ओर से इस मामले में अभी तक कोई कारगर कदम नहीं उठाए गए हैं। लेकिन रविवार को मंत्री सरयू राय के अपने विधानसभा क्षेत्र बिष्टुपुर मंडल के प्रवास कार्यक्रम में घर-घर में रघुवर के नारे वाले बैनर की जगह घर-घर भाजपा घर घर कमल बाद में मैं पहले दल के नारे वाले बैनर देखा गया है। जो शहर के राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है।


Body:उल्लेखनीय हैं की भाजपा प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा ने घर-घर रघुवर के नारा के साथ 9 सितंबर से जनसंपर्क अभियान चलाने का निर्णय लिया है ।इसी नारे के साथ भाजपा प्रदेश कमेटी ने कई कार्यक्रम की भी घोषणा की है ।यही नहीं इसी नारे को लेकर घर घर जाकर लोगों को सरकार के द्वारा किए जा रहे कार्यों को जनता को बताने को कहा गया है।


Conclusion:आपत्ति नहीं सुझाव है- सरयू राय वही मंत्री सरयू राय ने आपत्ति की बातों से इनकार किया है ।श्री राय ने कहा कि उन्हें घर घर में रघुवर के नारे से कोई आपत्ति नहीं है ।बल्कि एक और नारा का पार्टी में घर-घर भाजपा घर घर कमल बाद में मैं पहले दल का सुझाव दिया है। कार्यकर्ता इस नारे का भी इस्तेमाल कर सकते हैं या दोनों नारे लेकर जनता के पास जा सकते हैं ।इसमें मतभेद या मनभेद वाली बात नहीं है उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता जो भी नारे लगाना चाहे लगा सकते हैं इसमें कोई बंधन नहीं है बाइट- सरयू राय
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.