जमशेदपुर: बहरागोड़ा के पूर्व विधायक और बीजेपी नेता कुणाल षाड़ंगी ने झारखंड सरकार से प्रवासी मजदूरों के लिए एक आयोग गठन करने की मांग की है. इसको लेकर कुणाल षाड़ंगी ने ट्वीट कर सरकार को इस ओर ध्यान आकर्षित कराया है.
लॉकडाउन के दौरान काम-धंधे छोड़ कर दूसरे राज्यों से आए प्रवासी मजदूरों के लिए बीजेपी के युवा नेता और बहरागोड़ा के पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने आवाज उठाई है. उन्होंने कहा है कि समय रहते झारखंड सरकार को राज्य में कुशल कार्य बल तैयार करना चाहिए. इसके लिए क्वॉरेंटाइन समयावधि समाप्त होने से पहले प्रवासी मजदूरों की स्किल मैपिंग सहित उन्हें अपरेंटिस कराने की सलाह दी है. पूर्व विधायक ने कहा कि दुनिया भर में कोविड-19 के प्रसार के कारण बुरा आर्थिक प्रभाव पड़ा है. जिससे हजारों श्रमिक अपनी नौकरी गवां रहे हैं और वैश्विक स्तर पर कई कंपनियां बंद हो रही हैं. भारत भी इस प्रभाव से अछूता नहीं है.
प्रवासी मजदूरों के हित के लिए कुणाल षाड़ंगी ने सरकार को योजना तैयार करने को कहा है. उन्होंने कहा कि रोजगार की संभावनाओं के लिए छोटे विकल्प तैयार करना ही समझदारी होगी. उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार के कार्यों की प्रशंसा करते हुए झारखंड में प्रवासी मजदूरों के लिए श्रमिक कल्याण आयोग गठन करने की भी मांग की है. बीजेपी नेता ने कहा कि रोजगार से वंचित श्रमिकों की चिंता करते हुए सरकार उपयोगी कदम उठाए, नहीं तो बेरोजगारी के मामले बढ़ने पर राज्य सामाजिक विद्वेष की ओर बढ़ सकता है.