जमशेदपुर: केंद्र सरकार द्वारा कोरोना वायरस को लेकर राज्य सरकार को 285 करोड़ का राहत पैकेज देने पर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री बुन्ना गुप्ता ने आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा है कि हम लोगों की आशा थी कि केंद्र सरकार दस हजार करोड़ देगी, लेकिन झारखंड जैसे गरीब राज्य को मात्र इतनी कम राशि मिलना ऊंट के मुंह में जीरा समान वाली बात है.
उन्होने प्रधानमंत्री पर झारखंड को उपेक्षा करने का आरोप लगाया. वहीं, मंत्री बन्ना गुप्ता ने रात में बत्तियों को बुझाकर दिए जलाने वाली प्रधानमंत्री की अपील पर भी आपत्ति जताई. उन्होंने कहा है कि इसके पहले प्रधानमंत्री ने कहा था कि शाम को थाली या ताली बजाएं. सबने पालन किया, लेकिन अब उनके द्वारा दिया जलाने वाली बात समझ से परे है. उन्होने कहा कि इस प्रकार की बातें अंधविश्वास को जन्म देती है.
वहीं, कोरोना वायरस के तीसरे मामला आने पर उन्होंने कहा कि अभी तक झारखंड मे जो भी कोरोना पोजिटिव के मामले सामने आए हैं. इनमें से कोई भी झारखंड का नहीं है, लेकिन यह चिंता का विषय है.उन्होंने लोगों से अपील की है कि इस बीमारी का कोई इलाज नहीं है. इसलिए लॉकडाउन का पालन करते हुए लोग घरों मे रहें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें.
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बन्ना गुप्ता ने डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ के बारे में कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण का इलाज करने वाले सभी डॉक्टरों का ख्याल सरकार रखेगी. उन्होंने कहा कि इलाज के दौरान कोई भी डॉक्टर अपने घर नहीं जाएंगे. उनके लिए होटल या गेस्ट हाउस में व्यवस्था रहेगी और इलाज के बाद उन डॉक्टरों को भी 14 दिन क्वॉरेंटाइन में रहना होगा. सरकार उन्हें एक महीने का अतिरिक्त वेतन देगी.