जमशेदपुर: मणिपुर में आदिवासी महिला के साथ अमानवीय घटना से समाज का हर वर्ग आक्रोशित है. विपक्षी पार्टियों और आदिवासी समाज के अलावा अब महिला वर्ग ने भी आए दिन हो रही इस तरह की घटनाओं को लेकर विरोध जताना शुरू कर दिया है. जमशेदपुर में भी इसका विरोध हो रहा है. इस घटना को लेकर शहर की महिला वकीलों ने काला बिल्ला लगाकर विरोध जताया.
जमशेदपुर व्यवहार न्यायालय में महिला अधिवक्ताओं ने मणिपुर में घटी घटना की निंदा करते हुए काला बिल्ला लगाकर अपना विरोध प्रकट किया. महिला अधिवक्ताओं ने एक-दूसरे को काला बिल्ला लगाया और सरकार से इस तरह की घटना पर लगाम लगाने की अविलंब मांग की. महिला अधिवक्ताओं ने मणिपुर, बंगाल और राजस्थान में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर राज्य सरकारों से दोषियों पर जल्द से जल्द कड़ी कार्रवाई की मांग की.
पूरे दिन काला बिल्ला लगाकर किया महिला वकीलों ने काम: इस घटना के विरोध में महिला अधिवक्ताओं ने पूरे दिन काला बिल्ला लगाकर अपना काम किया. साथ ही साथ संबंधित राज्य सरकारों से महिलाओं पर हो रहे अत्याचार पर रोक लगाने के लिए कड़े कदम उठाने की मांग की. उन्होंने कहा कि किसी मुद्दे पर अगर विवाद होता है तो उसमें महिलाओं का क्या कसूर है. समस्या के समाधान का हल महिलाओं पर अत्याचार करने से कम नहीं होगा. राज्य सरकारे महिलाओं की सुरक्षा को पुख्ता करें.
बता दें कि मणिपुर में कुकी समाज की दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाया गया और इसका वीडियो भी बनाया गया. इस घटना का लोग विरोध कर रहे हैं. साथ ही इसे लेकर सरकार और पुलिस की लोग खूब आलोचना कर रहे हैं.