घाटशिला, जमशेदपुरः पूर्वी सिंहभूम में कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर सरकार ने देश और राज्य में लॉकडाउन की घोषणा की है. सरकार इस संक्रमण से बचने के लिए लोगों को सैनिटाइजर से हाथ धोने और घर से बाहर न निकलने की अपील की है. साथ ही लोगों से दूरी बनाने और स्वच्छता को अपनाने की बात कही है, ताकि कोई भी व्यक्ति इस संक्रमण की चपेट में आने से बच सके.
सरकार ने लाॅकडाउन के समय में पंचायत स्तर पर मुख्यमंत्री दीदी किचन केन्द्र खोला गया है, ताकि गांव के मजदूर वर्ग और असहाय परिवार भूखे न रहें. इसे देखते हुए मुख्यमंत्री दीदी किचन केन्द्र संचालित किया जा रहा है.
वहीं चाकुलिया प्रखंड की सिमदी पंचायत के किशोरीपुर गांव में स्वच्छता की धज्जियां उड़ रही हैं और गरीब और असहाय परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है. किशोरीपुर गांव में जेएसएलपीएस के महिला समूह की ओर से संचालित मुख्यमंत्री दीदी किचन केंद्र में लोगों के लिए भोजन खाल के पानी से पकाया जा रहा है. खाल के पानी से पका भोजन ग्रामीण ग्रहण कर रहे हैं और खाल का पानी पी रहे हैं. ऐसे में ग्रामीणों के बीच महामारी फैलने की संभावना बनी हुई है.
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सरकारी अधिकारियों ने अगर इस ओर ध्यान नहीं दिया तो इस महामारी के समय पूरा देश कोरोना से जो जंग लड़ रहा है, वह इस गांव में कहीं विफल न हो जाये. इस संबंध में महिला समूह की अध्यक्ष जलनी हांसदा ने कहा कि गांव में दो चापाकल महीनों से ठप हैं.
कुआं का पानी पीने योग्य नहीं है और भोजन भी देर से पकता है. इस कारण समूह की सदस्य खाल में बने चुआं से पानी लाकर भोजन पकाती हैं और वही पानी पीने के लिए दिया जाता है. इस संबंध में बीडीओ लेखराज नाग से पूछा गया कि गांव का चापाकल खराब है, इसकी सूचना नहीं है. वह चपाकल की मरम्मत कराने की दिशा में जल्द ही पहल करेंगे, ताकि लोगों को स्वच्छ पेयजल मिल सके और खाना बन सके.
दूसरी ओर विधायक समीर महंती ने भी दीदी किचन का निरीक्षण करने पहुंचे, तो समिति की महिलाओं ने समस्या से अवगत कराकर जल्द समाधान करने की मांग की है. विधायक ने आश्वस्त किया है कि जल्द ही विभागीय पदाधिकारी से मिलकर ठप पड़े चापाकल की मरम्मत कराने का प्रयास करेंगे.