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Jamshedpur News: 21 अगस्त को गोपाल मैदान मे मिथिला समाज करेगा 11 लाख पार्थिव महादेव का होगा आयोजन, यहां जानिए कार्यक्रम से जुड़े डिटेल - झारखंड न्यूज

जमशेदपुर में मिथिला समाज के बैनर तले गोपाल मैदान में 11 लाख पार्थिव महादेव के पूजा का आयोजन किया जा रहा है. इसमें करनी सेना आदि समाज को भी आमंत्रित किया गया है.

Jamshedpur News
गोपाल मैदान में 11 लाख पार्थिव महादेव के पूजा का आयोजन किया जा रहा
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Published : Aug 20, 2023, 2:01 PM IST

जमशेदपुर: मिथिला समाज 21 अगस्त को बिष्टुपुर के गोपाल मैदान में ग्यारह लाख पार्थिव महादेव पूजा का आयोजन करने जा रहा है. इस कार्यक्रम का आयोजन जमशेदपुर के तमाम मैथिल संगठन एक मंच पर आकर कर रहे हैं. समाज के डॉ. अशोक कुमार झा उर्फ अशोक अविचल ने बताया कि ग्यारह लाख पार्थिव महादेव पूजा की तैयारी जोर शोर से चल रही है.

ये भी पढ़ें: भगवान शिव के इस धाम में अनजान शक्ति करती है रोजाना जलाभिषेक और पूजा, ये है मंदिर की महिमा

200 से अधिक युवा कार्यकर्ता लगेंगे: सावन के महीने में पार्थिव शिवलिंगों की पूजन का विशिष्ट महत्व है और मिथिलांचल में सालों भर घर में ही पार्थिव शिवलिंग बनाकर पूजा करने की परिपाटी शताब्दी से प्रचलित है. जमशेदपुर के चार-पांच हजार घरों में पार्थिव शिवलिंग निर्माण के लिए मिट्टी बांटने अर्थात घर-घर पहुंचाने का काम रविवार से प्रारंभ हो गया है. 200 से अधिक युवा कार्यकर्ता इस काम में लगे हुए हैं.

लाखराम महादेव की पूजा की परिपाटी: गौरतलब है कि शहर के विविध क्षेत्रों में मैथिली भाषियों और विविध संस्थाओं द्वारा अलग-अलग पार्थिव लाखराम महादेव की पूजा की परिपाटी रही है. परमहंस लक्ष्मीनाथ गोस्वामी समिति, मिथिला सांस्कृतिक परिषद, ललित नारायण मिश्र सांस्कृतिक एवं सामाजिक कल्याण समिति, विद्यापति परिषद बागबेड़ा कालोनी, मिथिला मंच गम्हरिया के अतिरिक्त कोल्हान प्रमंडल के कई क्षेत्रों के साथ-साथ कदमा, सोनारी, मानगो, सिदगोड़ा , बारीडीह आदि कई जगहों में इस प्रकार का पूजन प्रतिवर्ष होता रहा है.

ग्यारह लाख पार्थिव महादेव पूजन: झारखंड के कोल्हान प्रमंडल में विराट स्तर पर सभी मैथिली भाषी संस्थाओं ने मिलकर एकजुटता के साथ गोपाल मैदान में ग्यारह लाख पार्थिव महादेव पूजन अर्थात पार्थिव शिवलिंग का निर्माण कर उसके पूजन की योजना बनाई है. इसके लिए मिथिला समाज नाम से आयोजित करने का निर्णय लिया है. प्रत्येक क्षेत्र से निर्मित पार्थिव शिवलिंगों के एकत्रीकरण की सुनियोजित व्यवस्था की गई है. निर्मित शिवलिंगों को श्रद्धापूर्वक एक क्षेत्र में एक साथ शुद्धिकृत गाड़ियों पर एकत्रित किया जाएगा और पूजन स्थल तक पहुंचाया जाएगा.

21 पंडित कराएंगे पूजन: गोपाल मैदान में आयोजित इस कार्यक्रम में 21 पंडित पूजा कराएंगे. ये पंडित वाराणसी, दरभंगा के साथ साथ जमशेदपुर के रहेंगे. सभी यजमानों को पूजा के लिए परिधान और पूजन सामग्री पूजा स्थल पर उपलब्ध कराया जाएगा. पूजन कार्यक्रम पंडित विपिन झा और सरदार बम हीरालाल झा की देखरेख में होगी.

दो बजे होगा प्रसाद का वितरण: विधिपूर्वक पूजा के उपरांत दो बजे से भोग वितरण की व्यवस्था की गई है. इसके लिए दस काउंटर की व्यवस्था की गई है. जहां सुविधा पूर्वक प्रसाद का वितरण किया जाएगा. भक्तों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए 200 स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित किया गया है. यह गाड़ी पार्किंग की व्यवस्था से लेकर प्रसाद-भोग वितरण, भीड़ नियंत्रण आदि का कार्य करेंगे. भक्तों की सुविधा के लिए अस्थाई टॉयलेट की भी व्यवस्था की गई है और कई जगह पर पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था रखी गई है. पूजा में मिथिला समाज के अतिरिक्त राजपूत समाज, करणी सेना, मारवाड़ी युवा मंच, भोजपुरी समाज तथा सनातन संस्थाओं से जुड़े सभी संस्थाओं को आमंत्रित किया गया है.

बनाए गए 16 कमेटी: इस महत्वपूर्ण पूजा को सुरक्षित स्वरूप देने के लिए 16 कमेटियां बनाई गई हैं. जिसके अलग-अलग संयोजक हैं और प्रत्येक कमेटी में 5 से 7 लोग हैं. संपूर्ण पर्यवेक्षण की जिम्मेदारी शंकर पाठक, लक्ष्मण झा, अशोक अविचल, अमलेश झा आदि संभाल रहे हैं. पूजा के लिए फूल, बेलपत्र की व्यवस्था कोलकाता से की गई है. कुमुद खां और रमन चौधरी ने इस कार्य को संभाल रखा है.

20 अगस्त के रात में ही यह सारी सामग्रियों को पूजन स्थल पर व्यवस्थित कर लिया जाएगा. संध्या 5:30 से भजन संध्या का आयोजन किया गया है, जिसमें अतिथि गणों को सम्मानित भी किया जाएगा. धर्म जागरण मंच के पदाधिकारियों के अतिरिक्त जननेताओं, सभी विधायकों, सांसदों आदि को भी मिथिला के परंपरागत पाग और शाल से सम्मानित किया जाएगा. इस विराट स्तर पर किए जा रहे कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए विविध कमिटियों का निर्माण किया गया है.

जमशेदपुर: मिथिला समाज 21 अगस्त को बिष्टुपुर के गोपाल मैदान में ग्यारह लाख पार्थिव महादेव पूजा का आयोजन करने जा रहा है. इस कार्यक्रम का आयोजन जमशेदपुर के तमाम मैथिल संगठन एक मंच पर आकर कर रहे हैं. समाज के डॉ. अशोक कुमार झा उर्फ अशोक अविचल ने बताया कि ग्यारह लाख पार्थिव महादेव पूजा की तैयारी जोर शोर से चल रही है.

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200 से अधिक युवा कार्यकर्ता लगेंगे: सावन के महीने में पार्थिव शिवलिंगों की पूजन का विशिष्ट महत्व है और मिथिलांचल में सालों भर घर में ही पार्थिव शिवलिंग बनाकर पूजा करने की परिपाटी शताब्दी से प्रचलित है. जमशेदपुर के चार-पांच हजार घरों में पार्थिव शिवलिंग निर्माण के लिए मिट्टी बांटने अर्थात घर-घर पहुंचाने का काम रविवार से प्रारंभ हो गया है. 200 से अधिक युवा कार्यकर्ता इस काम में लगे हुए हैं.

लाखराम महादेव की पूजा की परिपाटी: गौरतलब है कि शहर के विविध क्षेत्रों में मैथिली भाषियों और विविध संस्थाओं द्वारा अलग-अलग पार्थिव लाखराम महादेव की पूजा की परिपाटी रही है. परमहंस लक्ष्मीनाथ गोस्वामी समिति, मिथिला सांस्कृतिक परिषद, ललित नारायण मिश्र सांस्कृतिक एवं सामाजिक कल्याण समिति, विद्यापति परिषद बागबेड़ा कालोनी, मिथिला मंच गम्हरिया के अतिरिक्त कोल्हान प्रमंडल के कई क्षेत्रों के साथ-साथ कदमा, सोनारी, मानगो, सिदगोड़ा , बारीडीह आदि कई जगहों में इस प्रकार का पूजन प्रतिवर्ष होता रहा है.

ग्यारह लाख पार्थिव महादेव पूजन: झारखंड के कोल्हान प्रमंडल में विराट स्तर पर सभी मैथिली भाषी संस्थाओं ने मिलकर एकजुटता के साथ गोपाल मैदान में ग्यारह लाख पार्थिव महादेव पूजन अर्थात पार्थिव शिवलिंग का निर्माण कर उसके पूजन की योजना बनाई है. इसके लिए मिथिला समाज नाम से आयोजित करने का निर्णय लिया है. प्रत्येक क्षेत्र से निर्मित पार्थिव शिवलिंगों के एकत्रीकरण की सुनियोजित व्यवस्था की गई है. निर्मित शिवलिंगों को श्रद्धापूर्वक एक क्षेत्र में एक साथ शुद्धिकृत गाड़ियों पर एकत्रित किया जाएगा और पूजन स्थल तक पहुंचाया जाएगा.

21 पंडित कराएंगे पूजन: गोपाल मैदान में आयोजित इस कार्यक्रम में 21 पंडित पूजा कराएंगे. ये पंडित वाराणसी, दरभंगा के साथ साथ जमशेदपुर के रहेंगे. सभी यजमानों को पूजा के लिए परिधान और पूजन सामग्री पूजा स्थल पर उपलब्ध कराया जाएगा. पूजन कार्यक्रम पंडित विपिन झा और सरदार बम हीरालाल झा की देखरेख में होगी.

दो बजे होगा प्रसाद का वितरण: विधिपूर्वक पूजा के उपरांत दो बजे से भोग वितरण की व्यवस्था की गई है. इसके लिए दस काउंटर की व्यवस्था की गई है. जहां सुविधा पूर्वक प्रसाद का वितरण किया जाएगा. भक्तों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए 200 स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित किया गया है. यह गाड़ी पार्किंग की व्यवस्था से लेकर प्रसाद-भोग वितरण, भीड़ नियंत्रण आदि का कार्य करेंगे. भक्तों की सुविधा के लिए अस्थाई टॉयलेट की भी व्यवस्था की गई है और कई जगह पर पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था रखी गई है. पूजा में मिथिला समाज के अतिरिक्त राजपूत समाज, करणी सेना, मारवाड़ी युवा मंच, भोजपुरी समाज तथा सनातन संस्थाओं से जुड़े सभी संस्थाओं को आमंत्रित किया गया है.

बनाए गए 16 कमेटी: इस महत्वपूर्ण पूजा को सुरक्षित स्वरूप देने के लिए 16 कमेटियां बनाई गई हैं. जिसके अलग-अलग संयोजक हैं और प्रत्येक कमेटी में 5 से 7 लोग हैं. संपूर्ण पर्यवेक्षण की जिम्मेदारी शंकर पाठक, लक्ष्मण झा, अशोक अविचल, अमलेश झा आदि संभाल रहे हैं. पूजा के लिए फूल, बेलपत्र की व्यवस्था कोलकाता से की गई है. कुमुद खां और रमन चौधरी ने इस कार्य को संभाल रखा है.

20 अगस्त के रात में ही यह सारी सामग्रियों को पूजन स्थल पर व्यवस्थित कर लिया जाएगा. संध्या 5:30 से भजन संध्या का आयोजन किया गया है, जिसमें अतिथि गणों को सम्मानित भी किया जाएगा. धर्म जागरण मंच के पदाधिकारियों के अतिरिक्त जननेताओं, सभी विधायकों, सांसदों आदि को भी मिथिला के परंपरागत पाग और शाल से सम्मानित किया जाएगा. इस विराट स्तर पर किए जा रहे कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए विविध कमिटियों का निर्माण किया गया है.

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