जमशेदपुर: सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद एमजीएम अस्पताल में सुधार नहीं हो पा रहा है. अस्पताल किसी न किसी मामले को लेकर विवादों में घिरा रहता है. एक बार फिर एक नवजात बच्ची की हालत बेहद खराब होने के बाबजूद दूसरे अस्पताल ले जाने के लिए एमजीएम प्रबंधन ने एंबुलेंस उपलब्ध नहीं कराया.
नवजात बच्ची की चोरी
वहीं, एमजीएम अस्पताल की ओर से एंबुलेंस उपलब्ध नहीं कराए जाने के कारण एक निजी संस्थान की मदद से बीमार नवजात को टाटा मोटर्स अस्पताल ले जाया गया. बता दें कि 4 सितंबर को जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल से एक नवजात बच्ची की चोरी हो गई थी. जो 6 सितंबर को घाटशिला के गुड़ाबांदा थाना क्षेत्र के जंगल में एक बोरे में पाई गई थी. इस घटना के बाद ग्रामीणों ने बच्ची को घाटशिला पुलिस को सौंप दिया था.
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एंबुलेंस के लिए भटकना पड़ा
वहीं, घाटशिला पुलिस ने उस बच्ची को इलाज के लिए जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया था. बुधवार को बच्ची की तबीयत ज्यादा खराब हो गई. बच्ची को दूसरे अस्पताल ले जाने के लिए सहयोग संस्था के सदस्यों को एंबुलेंस के लिए अस्पताल में काफी भटकना पड़ा. कोई भी एंबुलेंस उस बच्चा को ले जाने के लिए तैयार नहीं था और जो थे वे मन मर्जी भाड़ा मांगने लगे. उसके बाद स्थानीय पुलिस की मदद से अस्पताल के बाहर से एक एंबुलेंस को मंगाया गया और उस नवजात को इलाज के लिए टाटा मोटर्स अस्पताल ले जाया गया.