जमशेदपुर: डॉ. राजीव कुमार गुप्ता को रिम्स का नया प्रभारी निदेशक बनाए जाने पर जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने सवाल खड़े किए हैं. सरयू राय ने कहा रिम्स निदेशक की नियुक्ति में नियमों का उल्लंघन हुआ है. कहा नियमानुसार रिम्स के वरीयतम प्राध्यापक को ही 6 माह के लिए तदर्थ निदेशक नियुक्त किया जाता है. बताया कि डॉ राजीव वरीयता में दूसरे क्रम में आते है. इसी बात को लेकर मंत्री बन्ना गुप्ता पर जमकर हमला बोला. कहा कि आखिर मंत्री ने किस आधार पर डॉ राजीव को प्रभारी निदेशक बना दिया. नियम को ताक पर रख दिया गया है.
विधायक सरयू राय ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पर निशाना साधा है. सरयू राय ने इस संबंध में ट्वीट भी किया है. सरयू राय ने अपने ट्वीट में पहले डॉ राजीव को बधाई दी. कहा कि रिम्स के नए निदेशक को बधाई. उम्मीद है वे रिम्स के वरीयतम प्राध्यापक होंगे. तभी बन्ना गुप्ता ने उन्हें निदेशक बनाया होगा. नियमानुसार रिम्स के वरीयतम प्राध्यापक को ही 6 माह के लिए तदर्थ निदेशक नियुक्त किया जाता है.6 माह में एम्स की तरह विज्ञापन से स्थायी निदेशक नियुक्त कर दिए जाएंगे.
उसके बाद सरयू राय को जब जानकारी मिली की डॉ राजीव वरीयतम नहीं है. उसके बाद विधायक ने मुख्यमंत्री और मंत्री बन्ना गुप्ता दोनों से सवाल किए. पूछा कि मुख्यमंत्री/ मंत्री को बताना चाहिए कि क्या रिम्स के निदेशक की नियुक्ति में नियम का पालन हुआ है? मैंने तो आरंभ में एक ट्वीट कर नवनियुक्त निदेशक को बधाई दी. परंतु बाद में मुझे पता चला कि मंत्री जी द्वारा नियुक्त निदेशक वरीयतम नहीं हैं. वरीयता में ये दूसर क्रम पर हैं. 6 माह में ये अवकाश ग्रहण कर लेंगे. जो चिकित्सक वरीयतम हैं उनकी सेवा अभी एक वर्ष बाकी है. यदि मेरी सूचना सही है तो मंत्री द्वारा नियम विरूद्ध निर्णय क्यों लिया गया. जवाबदेही तो मुख्यमंत्री की भी होगी. क्या मुख्यमंत्री जी की सरकार में उनके स्वास्थ्य मंत्री नियम कानून से उपर हैं?