जमशेदपुर: अगर आप जमशेदपुर में रह रहे हैं तो हो जाइए सावधान. बाजार से जो खाद्य प्रदार्थ आप खरीद रहे हैं, उसमें मिलावट हो रही है. जिला प्रशासन ने शहर के कई प्रतिष्ठानों के खाद्य प्रदार्थ का सैंपल लिया था. जिसमें शहर के नामी-गिरामी दुकानों में भी गड़बड़ियां पाई गई हैं. खुलासे के बाद साफ हो गया, हम बाजार से सेहत नहीं बल्कि बीमारी खरीद रहे हैं. प्रशासन अब ऐसे दुकानदारों पर खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के तहत कार्रवाई करेगी.
क्या है पूरा मामला: हाल के दिनों में जिला प्रशासन को खाध पदार्थों में मिलावट की कई शिकायत मिली थी. इसी को लेकर जिला उपायुक्त ने धालभूम अनुमंडल पदाधिकारी को शहर के अलग-अलग जगहों पर खाद्य पदार्थों की जांच करने का निर्देश दिया था. जिला प्रशासन के जांच अभियान में शहर के कई दुकानों में खाद्य पदार्थों के नमूनों में मिलावट की पुष्टि हुई थी.
इन दुकानों में पाई गईं गड़बड़ियां: खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि अनुमंडल पदाधिकारी के निर्देश में जमशेदपुर के अलग-अलग जगहों से खाद्य पदार्थों के सैंपल लिए गए थे. सैंपल रांची के राज्य खाद्य प्रयोगशाला में पिछले महीने चार अप्रैल को दिए गए थे. जिसमें राहुल साव के मसाला फैक्ट्री में बने हल्दी पाउडर के चावल के स्टार्च और मिक्स मसाला पाउडर में प्रतिबंधित रंग पाया गया. इसके अलावा राव खड़गपुर मसाला में प्रतिबंधित रंग का मिश्रण पाया गया है. गोलचक्कर साकची स्थित मेसर्स सुरेंद्र केवट का घी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक बताया गया. खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि जांच के बाद जिन दुकानों में मिलावट की पृष्टि हुई है, उनपर कार्रवाई होगी.
गौरतलब है कि इनमें हरहरगुटू स्थित राहुल साव के मसाला फैक्ट्री से मसाला एवं मिलावट करने का सामान नमूना, मेसर्स डगआउट साकची से पनीर, मंसर्स गंगा रिजेंसी न्यू बाराद्वारी का पनीर, मेसर्स सुरेन्द्र कैवर्त फुड पार्क, मानगो गोलचक्कर से घी का नमूना लेजर जांच के लिए रांची भेजा गया था.