जमशेदपुरः वीमेंस कॉलेज में इंटरमीडिएट की ऑफलाइन क्लासेस शुरू, प्राचार्य ने जारी किए ये निर्देश - जमशेदपुर में ऑफलाइन क्लासेस शुरू
जमशेदपुर के वीमेंस कॉलेज में इंटरमीडिएट की ऑफलाइन कक्षाएं शुरू हो गईं हैं. कोरोना गाइडलाइन के तहत क्लासेस प्रारंभ की गईं हैं. प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ.) शुक्ला महांती ने छात्राओं की उपस्थिति और कक्षाओं की समीक्षा की.
जमशेदपुरः झारखंड सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों के तहत वीमेंस कॉलेज में इंटरमीडिएट की ऑफलाइन कक्षाएं शुरू हो गईं. पहले दिन छात्राओं की उपस्थिति कम रही. प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ.) शुक्ला महांती ने खुद छात्राओं की उपस्थिति और कक्षाओं की समीक्षा की. उन्होंने बताया कि जिन छात्राओं ने सरकार के निर्देशानुसार अपने अभिभावकों से सहमति पत्र नहीं लाया था, उन्हें इसे लेकर ही वापस आने का निर्देश दिया गया.
उन्होंने कहा कि पूरे कॉलेज को लगातार सेनेटाइज किया जा रहा है. दरवाजे, सीढ़ियों की रेलिंग सहित सभी जगहों को दो से तीन बार सेनेटाइज करने के लिए कर्मियों को हिदायत दी गई है.
उपस्थित छात्राएं परिसर और क्लासरूम में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रही हैं. ऑनलाइन क्लासेज भी चल रहीं हैं. उन्होंने कहा कि छात्राओं से खुद बात करके उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने की कवायद चल रही है और कोविड के दौर में उन्हें खुद और समाज के प्रति जिम्मेदारी से अवगत कराया जा रहा है.
छात्राओ ने हॉस्टल खोलने की मांग की
वहीं आज बहरागोड़ा, चाकुलिया और दूरदराज की छात्राओं ने आज प्राचार्या प्रोफेसर (डॉ.) शुक्ला महांती से मिलकर हॉस्टल में रहने देने के लिए अनुरोध किया.
उन्होंने कहा कि दूरदराज के गांवों में नेटवर्क की बाधा के चलते ऑनलाइन पढ़ाई में हमें कई बार दिक्कत आई. अब ऑफलाइन सुविधा का लाभ हम बिना हॉस्टल के नहीं ले पाएंगी. प्राचार्य ने छात्राओं के हित को ध्यान में रखते हुए सख़्त दिशा निर्देशों के साथ 24 दिसम्बर से हॉस्टल में आने की अनुमति दी.
कॉलेज प्रशासन द्वारा जारी निर्देश
- छात्राओं के कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट निगेटिव हो.
- छात्रावास में एकबार आ जाने के बाद इंटरमीडिएट परीक्षा खत्म होने पर ही घर जा सकेंगी.
- खांसी और सर्दी के साधारण लक्षणों में छात्रावास खाली करना होगा.
- माता-पिता महीने में केवल एक बार ही मिलने आ सकेंगे और उनकी कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट भी निगेटिव होनी चाहिए.
- मास्क, सैनिटाईजर और सामाजिक दूरी का सख्ती से पालन किया जाएगा.
- एक कमरे में केवल दो छात्राएं ही रह सकेंगी.
- किसी भी बाहरी भोजन की अनुमति नहीं होगी.
- राज्य सरकार की कोविड 19 की नियमावली का पालन अनिवार्य होगा.
- माता-पिता द्वारा दिया गया घोषणा पत्र आवश्यक होगा.