जमशेदपुरः जमशेदपुर में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने सरकार की क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष ने बताया है कि स्वास्थ्य सचिव द्वारा चिकित्सकों को जल्द से जल्द रजिस्ट्रेशन नहीं कराने पर 5 लाख का मुआवजा देने की बात कही गई है जिसका हम विरोध करते हैं और सरकार से मांग करते हैं कि रजिस्ट्रेशन की समय सीमा बढ़ाई जाए और चिकित्सकों को राहत दी जाए.
जमशेदपुर में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने साकची स्थित अपने कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए मीडिया को बताया है कि झारखंड के स्वास्थ्य सचिव द्वारा क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के तहत के चिकित्सकों को जल्द से जल्द रजिस्ट्रेशन कराने के लिए कहा गया है.
जिसके लिए कम समय सीमा दी गई है और यह भी बताया गया है कि रजिस्ट्रेशन नहीं कराने पर पांच लाख तक का जुर्माना देना पड़ेगा.
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष डॉ उमेश खान ने बताया है कि हम राज्य सरकार से यह मांग करते हैं की क्लीनिकल इस्टैब्लिशमेंट एक्ट पर पुनर्विचार करें जिससे चिकित्सकों को राहत मिल सके.
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उमेश खान ने बताया है कि कई ऐसे चिकित्सक हैं जो सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में कम पैसे में ग्रामीणों की सेवा करते हैं ऐसे में सरकार के इस नए फरमान से चिकित्सकों में ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है.
आईएमए के अध्यक्ष उमेश खान ने कहा है कि कोरोना काल में छह डॉक्टर का निधन हुआ है सरकार द्वारा यह कहा गया था कि उनके परिजनों को मुआवजा दिया जाएगा लेकिन अब तक कोई सम्मान नहीं मिला है.