जमशेदपुर: झारखंड आंदोलनकारी शहीद निर्मल महतो के शहादत दिवस पर उनकी समाधी स्थल पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. यहां पर सीएम सहित कई नेताओं ने निर्मल महतो को श्रद्धाजलि अर्पित की. हालांकि यहां पर जब सीएम पहुंचे तो वहां जयराम महतो भारी संख्या में युवाओं के साथ पहुंचे हुए थे. ऐसे में हेमंत सोरेन को समाधी स्थल पर पहुंचाने में सुरक्षाकर्मियों का काफी मशक्कत करनी पड़ी.
ये भी पढ़ें: शहीद निर्मल महतो की पुण्यतिथि पर हेमंत सोरेन ने दी श्रद्धांजलि, कहा- INDIA से घबरा रही बीजेपी
जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पहुंचने से पूर्व जयराम महतो युवाओं के साथ समाधि स्थल पहुंचे हुए थे. वह अपने समर्थकों के साथ शहीद निर्मल महतो की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के लिए परिसर मे घुसने का प्रयास कर रहे थे. इस दौरान करीब 500 की संख्या में जयराम महतो के समर्थक समाधी स्थल के पास मुख्य सड़क पर जमा हो गए. इस दौरान पुलिस उनको समझाने की कोशिश करती रही लेकिन वे वहां से नहीं हटे. उसी दौरान मुख्यमंत्री का काफिला भी वहां पहुंच गया.
इधर पुलिस भीड़ को हटाने के लिए पुलिस काफी मशक्कत करती दिखी. भीड़ को देखते हुए मुख्यमंत्री की गाड़ी सुरक्षाकर्मी समाधी स्थल तक ले गए और गेट को बंद कर दिया गया. इसके बाद वहां से सुरक्षा घेरे में मुख्यमंत्री को निर्मल महतो की मूर्ति के समक्ष ले जाया गया.
बोकारो के रहने वाले जयराम में इनदिनों झारखंड में काफी सुर्खियों पर हैं. जयराम ओबीसी आरक्षण और 1932 खतियान के मुद्दे को लेकर समर्थन जुटाने में लगे हुए हैं. उनकी सभाओं में हजारों की संख्या में भीड़ जमा हो रही है. वहीं झारखंड में इसने उभरते युवा नेता पर सभी राजनीतिक दलों की नजर भी है. हालांकि जयराम महतो पहली बार जमशेदपुर में शहीद निर्मल महतो को श्रद्धांजलि देने आए थे.