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घटशिलाः 1969 से गुजराती समाज नवरात्रि पर आयोजित कर रहा है गरबा-डंडिया कार्यक्रम

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Published : Oct 3, 2019, 10:26 AM IST

घाटशिला में गुजरात समाज के लोग नवरात्रि के अवसर पर गरबा-डंडिया के स्थापना की स्वर्ण जयंती मना रहे हैं. इसी के चलते गरबा-डांडिया कार्यक्रम में महिलाओं और पुरुषों के साथ बच्चों ने भी जमकर डांडिया खेला. लोगों ने कहा कि गरबा-डांडिया आपस में प्रेम भाव से लोगों को जोड़ कर रखता है.

1969 से गुजराती समाज नवरात्रि पर आयोजित कर रहा है गरबा-डंडिया कार्यक्रम

घाटशिलाः नवरात्री त्योहार पर हर तरफ गरबा और डांडिया की धुन पर लोग जमकर झूमते गाते नजर आते हैं. वहीं, घाटशिला में भी गुजराती समाज ने गरबा और डांडिया कार्यक्रम का आयोजन किया. जिसमें महिला और पुरुषों के साथ छोटे-छोटे बच्चों ने भी जमकर गरबा किया. इस बार गुजराती समाज के लोगों में गरबा-डांडिया कार्यक्रम की स्वर्ण जयंती को लेकर विशेष उत्साह है. लोगों ने कहा कि गरबा और डांडिया खेलने से लोगों के बीच आपस में प्रेम भाव बना रहता है.

देखें पूरी खबर

इस बार घाटशिला में गुजराती समाज के लोग धूमधाम से घाटशिला में गरबा-डंडिया के स्थापना की स्वर्ण जयंती मना रहे हैं. घाटशिला अनुमंडल के लोग भी इस गरबा और डांडिया उत्सव का साल भर इंतजार करते हैं. इस उत्सव को लेकर दूर-दूर से लोग घाटशिला आते हैं. खास बात यह है कि 9 दिनों तक चलने वाले इस गरबा और डांडिया कार्यक्रम में हर दिन विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है. जिसमें महिलाओं पुरुषों के साथ बच्चों के लिए प्रतियोगिता का आयोजन होता है. जिसमें 10वें दिन बेहतर गरबा और डांडिया करने वाले को पुरस्कार स्वरूप सम्मानित किया जाता है.

ये भी पढ़ें- हजारीबाग में डांडिया नाइट्स का आयोजन, जमकर थिरके भक्त

गुजराती समाज के लोगों ने बताया कि साल 1969 से गुजराती समाज के द्वारा घाटशिला में शारदीय नवरात्र पर गरबा का आयोजन किया जाता है. 9 दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में गुजराती समाज के साथ-साथ अन्य समाज के लोग भी पारंपारिक डांडिया में भाग लेते हैं. उन्होंने कहा कि उनका प्रयास है कि गरबा और डांडिया के जरिया समाज को प्रेम-भाव के साथ भक्ती का संदेश दें.

इस मौके पर घाटशिला गुजराती समाज के संरक्षक छगन लाल चौहान ने कहा कि हमारे यहां पिछले 50 वर्षों से यह कार्यक्रम किया जा रहा है. जिसमें हर धर्म और प्रांत के लोग भाग लेते हैं. वहीं, रुपेश चौहान का कहना है कि गरबा के लिए पूरे साल इंतजार करते हैं और तैयारी करते हैं. विभिन्न तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम लगातार 9 दिनोतक चलता है, जिसमे बच्चों और युवाओं के प्रतिभाओं को निखारा जाता है.

घाटशिलाः नवरात्री त्योहार पर हर तरफ गरबा और डांडिया की धुन पर लोग जमकर झूमते गाते नजर आते हैं. वहीं, घाटशिला में भी गुजराती समाज ने गरबा और डांडिया कार्यक्रम का आयोजन किया. जिसमें महिला और पुरुषों के साथ छोटे-छोटे बच्चों ने भी जमकर गरबा किया. इस बार गुजराती समाज के लोगों में गरबा-डांडिया कार्यक्रम की स्वर्ण जयंती को लेकर विशेष उत्साह है. लोगों ने कहा कि गरबा और डांडिया खेलने से लोगों के बीच आपस में प्रेम भाव बना रहता है.

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इस बार घाटशिला में गुजराती समाज के लोग धूमधाम से घाटशिला में गरबा-डंडिया के स्थापना की स्वर्ण जयंती मना रहे हैं. घाटशिला अनुमंडल के लोग भी इस गरबा और डांडिया उत्सव का साल भर इंतजार करते हैं. इस उत्सव को लेकर दूर-दूर से लोग घाटशिला आते हैं. खास बात यह है कि 9 दिनों तक चलने वाले इस गरबा और डांडिया कार्यक्रम में हर दिन विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है. जिसमें महिलाओं पुरुषों के साथ बच्चों के लिए प्रतियोगिता का आयोजन होता है. जिसमें 10वें दिन बेहतर गरबा और डांडिया करने वाले को पुरस्कार स्वरूप सम्मानित किया जाता है.

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गुजराती समाज के लोगों ने बताया कि साल 1969 से गुजराती समाज के द्वारा घाटशिला में शारदीय नवरात्र पर गरबा का आयोजन किया जाता है. 9 दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में गुजराती समाज के साथ-साथ अन्य समाज के लोग भी पारंपारिक डांडिया में भाग लेते हैं. उन्होंने कहा कि उनका प्रयास है कि गरबा और डांडिया के जरिया समाज को प्रेम-भाव के साथ भक्ती का संदेश दें.

इस मौके पर घाटशिला गुजराती समाज के संरक्षक छगन लाल चौहान ने कहा कि हमारे यहां पिछले 50 वर्षों से यह कार्यक्रम किया जा रहा है. जिसमें हर धर्म और प्रांत के लोग भाग लेते हैं. वहीं, रुपेश चौहान का कहना है कि गरबा के लिए पूरे साल इंतजार करते हैं और तैयारी करते हैं. विभिन्न तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम लगातार 9 दिनोतक चलता है, जिसमे बच्चों और युवाओं के प्रतिभाओं को निखारा जाता है.

Intro:पूर्वी सिंहभूम/घाटशिला

घाटशिला में पावन पर्व नवरात्र के अवसर पर गरबा - डांडिया का आयोजन किया गया अहै जो लगातार 10 दिनों तक चलेगा । इसको लेकर घाटशिला में रह रहे गुजराती समाज में गरबा और डांडिया को लेकर गजब का उत्साह है । छोटे -टे बच्चों ले लेकर बड़े बुर्जूग सभी एक साथ मिलकर गरबा और डांडिया खेल रहे है । इस बार घाटशिला में गुजराती समाज के लोग धूमधाम से घाटशिला में गरबा-डंडिया के स्थापना का स्वर्ण जयंती मना रहे है । घाटशिला अनुमंडल के लोग भी इस गरबा और डांडिया उत्सव का साल भर इंतजार करते है ।इस डांडिया में सभी प्रान्तों और समुदाय के लोग एक साथ मिलकर गरबा और डांडिया से आपसी सौहार्द का परिचय कराते हैं । इस उत्सव को लेकर दूर दूर से लोग घाटशिला आते है । यहां तक की घाटशिला के कई गुजराती परिवार के लोग झारखंड से बाहर रहते है , लेकिन दुर्गा पूजा के मौके पर वे छुट्टी लेकर घाटशिला अपने घर आते है और पूरे परिवार के साथ गरबा और डांडिया खेलते है । इस उत्सव में खास बात यह है कि नौ दिनों तक चलने वाले इस गरबा और डांडिया में हर दिन विभिन्न प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाता है । बच्चे , युवतियों और महिलाओं के बीच खासा कार्यक्रम का आयोजन होता है , जिसे दसवी के दिन बेहतर गरबा और डांडिया करने वाले को पुरस्कार स्वरूप सम्मानित किया जाता है । Body:आपको बता दे कि पूरे घाटशिला में एक मात्र गरबा और डांडिया का उत्सव मनाया घाटशिला में गुजराती समाज के द्वारा मनाया जाता है । इस बार गुजराती समाज के लोगों में स्वर्ण जयंती को लेकर विशेष उत्साह है । इस गरबा और डांडिया उत्सव में गुजराती समाज के अलावे अन्य समुदाय के लोग भी भाग लेते है सभी भाई चारे के साथ गरबा और डांडिया खेलते है । डांडिया उत्सव से पूर्व बच्चों ने गणेश स्तुति की । इसके बाद मां दुर्गा की आरती उतारी गयी । मां दुर्गा की आराधना के बाद पुरूष- महिलाओं ने पारंपारिक डांडिया खेला । समाज के लोगो ने बताया कि वर्ष 1969 से गुजराती समाज के द्वारा घाटशिला में शारदीय नवरात्र पर गरबा का आयोजन किया जाता है । इस वर्ष समाज के स्वर्ण जयंती वर्ष मना रहे है । नौ दिनों क चलने वाले इस कार्यक्रम में गुजराती समाज के साथ साथ अ्य समाज के लो भी पारंपारिक डांडिया में भाग लेते है । स्वर्ण जयंती के मौके पर चौहान कॉम्पलेक्स परिसर को आकर्षक ढंग से सजाया गया है । आकर्षक विद्युत सज्जा की गयी है । मां दुर्गा की तस्वीर लगायी गयी है । गरबा और डांडिया शुरू होने से पहले मां दर्गा की पूजा अर्चना की जाती है । रात 9 बजे से लेकर देर रात तक गरबा और डांडिया खेला जाता है । देर रात समाप्त होने के बात अंत में फिर से मां दुर्गा की आरती होती है । समाज के लोगो ने बताया कि उनका प्रयास है कि गरबा और डांडिया के जरिया समाज को प्रेम भाव के साथ भक्ती का संदेश दे|

इस मौके पर घाटशिला गुजराती समाज के संरक्षक छगन लाल चौहान ने कहा की हमारे यहाँ पिछले 50 वर्षों से सन 1969 से यह कार्यक्रम किया जा रहा है जिसमे हर धर्म और प्रांत के लोग भाग लेते हैं| माता जी की स्थापना करके इसकी शुरुआत होती है और दशवीं दिन विसर्जन किया जाता इसमें परिवार के सभी सदस्य पूरी पवित्रता के साथ शामिल होते हैं|
Conclusion:वहीँ रुपेश चौहान का कहना है की हमलोग गरबा के लिए पूरा साल इन्तजार करते हैं और तैयारी करते हैं,पिच्च्ले डेढ़-दो महीने से हमलोग इसकी तैयारी जोर शोर से कर रहे थे,यहाँ विभिन्न तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम लगातार नौ दिनोतक चलता है जिसमे बच्चों और युवाओं के प्रतिभाओं को भी निखारा जाता है|

गरबा -डांडिया में भाग लेने वाली महिला रेनु चौहान का कहना है की हमलोग माता जी का पूरी भक्तिभाव से पूजा अर्चना करके काफी धूमधाम से मनाते है और डांडिया करते हैं| जबकि भावना चौहान का कहना है की यह हमलोगों का बड़ा पर्व है इसमें हमलोग नौ दुर्गा का पूजा करते हैं,पुरे नवरात्री भर हर रात देर रात तक गरबा करते हैं| जबकि हेमलता चौहान का कहना है की हमलोगों के लिए इसबार का नवरात्री हमारे लिए विशेष महत्व रखता है,हमलोग अपने स्थापना का 50 वीं सालगिरा मना रहे हैं|इसलिए इसे बेहतर बनाने के लिए हमलोग लगे हुए हैं|इसमें अपने समाज और परिवार के सभी उम्र के बच्चों और बड़ों के लिए अलग अलग कार्यक्रम तय किया गया है जिसमे सभी लोग भाग लेते हैं|



बाईट:

01.छगन लाल चौहान,संरक्षक गुजराती समाज घाटशिला|

02.रूपेश चौहान,स्थानीय युवा|

03.रेणु चौहान स्थानीय महिला|

04.भवना चौहान स्थानीय महिला|


रिपोर्ट
कनाई राम हेंब्रम
घाटशिला
Jhc10017
9279289270,9304805270
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