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जमशेदपुरः सेंट्रल जेल परिसर में मां दुर्गा की महाआरती, कैदियों ने जलाए सैकड़ों दीपक

जमशेदपुर में घाघीडीह सेंट्रल जेल परिसर में महाष्टमी की संध्या पर मां दुर्गा की महाआरती की गई. इस महाआरती में जेलकर्मियों के परिवार और स्थानीय लोगों के साथ जेल में बंद कैदियों ने भी हिस्सा लिया.

सेंट्रल जेल परिसर में स्थापित मां की प्रतिमा
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Published : Oct 7, 2019, 10:49 AM IST

जमशेदपुरः घाघीडीह स्थित सेंट्रल जेल परिसर में हर साल दुर्गा पूजा के अवसर पर मां की प्रतिमा की स्थापना की जाती है. बड़े धूमधाम से पूजा की जाती है. इस बार भी महाष्टमी की संध्या पर मां दुर्गा की महाआरती की गई. आरती में जेलकर्मियों के परिवार के अलावा आसपास के स्थानीय लोग भी शामिल हुए.

देखें पूरी खबर

ये भी पढ़ें-चार पीढ़ियों से रातू किले में वैष्णो पद्धति से हो रही दुर्गा पूजा, पहले नागवंशी महाराज से चल रही परंपरा

पूजा करने वाले पुजारी गणेश मिश्रा ने बताया कि प्रत्येक वर्ष सैकड़ों दीपक की रौशनी में मां की आरती की जाती है. जेल में बंद कैदी भी इस पर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं. पंडित ने बताया कि मां की पूजा के लिए कैदियों के दिए गए तेल और बाती से दीपक प्रज्वलित किया जाता है.

उन्होंने कहा कि जिस तरह एक दीपक अंधकार को दूर करता है. ठीक उसी प्रकार मां के समक्ष दीपक जलाने से निराश हो चुके कैदियों की जिंदगी में सकारात्मक सोच आएगी और वो सत्य के रास्ते पर चल सकेंगे.

जमशेदपुरः घाघीडीह स्थित सेंट्रल जेल परिसर में हर साल दुर्गा पूजा के अवसर पर मां की प्रतिमा की स्थापना की जाती है. बड़े धूमधाम से पूजा की जाती है. इस बार भी महाष्टमी की संध्या पर मां दुर्गा की महाआरती की गई. आरती में जेलकर्मियों के परिवार के अलावा आसपास के स्थानीय लोग भी शामिल हुए.

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पूजा करने वाले पुजारी गणेश मिश्रा ने बताया कि प्रत्येक वर्ष सैकड़ों दीपक की रौशनी में मां की आरती की जाती है. जेल में बंद कैदी भी इस पर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं. पंडित ने बताया कि मां की पूजा के लिए कैदियों के दिए गए तेल और बाती से दीपक प्रज्वलित किया जाता है.

उन्होंने कहा कि जिस तरह एक दीपक अंधकार को दूर करता है. ठीक उसी प्रकार मां के समक्ष दीपक जलाने से निराश हो चुके कैदियों की जिंदगी में सकारात्मक सोच आएगी और वो सत्य के रास्ते पर चल सकेंगे.

Intro:जमशेदपुर


जिला के घाघीडीह स्थित सेंट्रल जेल परिसर में आयोजित दुर्गा पूजा में महाष्टमी की संध्या पर दीपक की रोशनी में मां दुर्गा की महाआरती की गई । पूजा करने वाले पंडित ने बताया कि महा आरती में बंदियों द्वारा दिए गए तेल और बाती से सैकड़ों दीपक प्रज्वलित किया जाता है जैसे उनके जीवन में भी उजाला हो और वे सत्य के मार्ग पर चल सके।


Body:जमशेदपुर में घाघीडीह स्थित सेंट्रल जेल में जेल कर्मी द्वारा आयोजित दुर्गा पूजा के महाष्टमी की संध्या में सैकड़ों दीपक की रौशनी में मां का आरती किया गया जिसमें जेल कर्मियों के परिवार के अलावा आसपास के स्थानीय लोग भी शामिल हुए।
पूजा करने वाले पंडित गणेश मिश्रा ने बताया कि प्रत्येक वर्ष सैकड़ों दीपक की रौशनी में मां की आरती की जाती है जेल में बंद बंदियों द्वारा तेल और बाती दीपक के लिए दिया जाता है और उनके दिए गए तेल और बाती से दीपक प्रज्वलित किया जाता है। यह माना जाता है कि जिस तरह एक दीपक अंधकार को दूर करता है मां के समक्ष दीपक जलने से निराश हो चुके बंदियों के जिंदगी में सकारात्मक सोच आएगी और वो सत्य की रास्ते पर चल सके।
बाईट गणेश पंडित



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